यूनेस्को ने अफगानिस्तान में लड़कियों के स्कूलों को फिर से खोलने का किया आह्वान
फोर ने कहा कि,
highlights
- अफगानिस्तान में शुक्रवार को पुरुष छात्रों और शिक्षकों को स्कूल आने का आदेश
- लड़कियों के स्कूल को फिर से खोलने की अभी नहीं मिली है अनुमति
- यूनेस्को ने दी अफगान लड़कियों के स्कूल नहीं जाने पर नकारात्मक परिणामों की चेतावनी
नई दिल्ली:
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने शनिवार को अफगान लड़कियों के स्कूल नहीं जाने के नकारात्मक परिणामों की चेतावनी दी और अफगानिस्तान में स्कूलों से संबंधित सभी अधिकारियों से लड़कियों के स्कूलों को फिर से खोलने को सुनिश्चित करने का आह्वान किया.यूनेस्को का यह बयान शनिवार को लड़कों के माध्यमिक विद्यालयों के खुलने के बाद आया है, लेकिन अभी तक लड़कियों का स्कूल नहीं खुला है, यह कब खुलेगा, स्पष्ट नहीं है. अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को घोषणा की कि पुरुष छात्रों और शिक्षकों को स्कूलों में उपस्थित होना चाहिए, लेकिन लड़कियों और महिला शिक्षकों के बारे में कुछ भी नहीं बताया गया.
यूनेस्को के महानिदेशक ऑड्रे अज़ोले ने एक बयान में कहा कि अगर लड़कियों के स्कूल बंद रहते हैं, तो यह लड़कियों और महिलाओं के शिक्षा के मौलिक अधिकार का उल्लंघन होगा.
अज़ोले ने कहा, “यूनेस्को ने लड़कियों के स्कूलों को जल्द न खोलने पर अपरिवर्तनीय परिणामों के बारे में चेतावनी दी है, अगर लड़कियों के सभी स्तर के स्कूलों को जल्द से जल्द फिर से खोलने की अनुमति नहीं दी जाती है तो लड़कियों को अपने जीवन में पिछड़ने की संभावना है. शिक्षा से पूरी तरह से बाहर होने के कारण उन्हें बाल विवाह जैसे नकारात्मक तंत्र में फंसने की आशंका है. यह लड़कों और लड़कियों के बीच सीखने की असमानताओं को और बढ़ा सकता है, और अंततः लड़कियों की उच्च शिक्षा और जीवन के अवसरों तक पहुंचने में बाधा उत्पन्न कर सकता है."
यह भी पढ़ें :फ्रांस ने अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया से अपने राजदूत को वापस बुलाया
अज़ोले ने कहा कि शिक्षित लड़के और लड़कियां अफगानिस्तान के भविष्य को आकार देंगे और उन्हें शिक्षा के अधिकारों का समान रूप से लाभ उठाना चाहिए. “अफगानिस्तान का भविष्य शिक्षित लड़कियों और लड़कों पर निर्भर करता है. इसलिए हम अफगानिस्तान में सभी संबंधित लोगों से यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि सभी बच्चों को स्कूलों के धीरे-धीरे फिर से खोलने की घोषणा के ढांचे में शिक्षा की निर्बाध पहुंच हो. सभी शिक्षार्थियों, विशेष रूप से लड़कियों के लिए शिक्षा के अधिकार को इस महत्वपूर्ण समय में बरकरार रखा जाना चाहिए. ”
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने भी अफगान लड़कियों के अस्पष्ट भाग्य और उनकी शिक्षा पर अपनी चिंता व्यक्त की है. स्कूलों को धीरे-धीरे फिर से खोलने का स्वागत करते हुए, यूनिसेफ के प्रमुख हेनरीटा फोर ने एक बयान में कहा कि "हम इस बात से बहुत चिंतित हैं कि इस समय कई लड़कियों को फिर से स्कूल वापस जाने की अनुमति नहीं दी रही है."
फोर ने कहा कि, "लड़कियों को पीछे नहीं छोड़ा जा सकता है, और न ही होना चाहिए." उन्होंने संबंधित अधिकारियों से इस समस्या का समाधान करने का आह्वान किया.
यूनेस्को के अनुसार, अफगानिस्तान ने पिछले दो दशकों में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है. 2001 के बाद से, महिला साक्षरता दर लगभग 17 प्रतिशत से बढ़कर 30 प्रतिशत हो गई है, और प्राथमिक विद्यालय में लड़कियों की संख्या 2001 में लगभग शून्य से बढ़कर 2018 में 2.5 मिलियन हो गई है. उच्च शिक्षा संस्थानों में 2001 से 2018 तक लड़कियों की संख्या 5,000 से बढ़कर लगभग 90,000 हो गई है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Arti Singh Wedding: सुर्ख लाल जोड़े में दुल्हन बनीं आरती सिंह, दीपक चौहान संग रचाई ग्रैंड शादी
-
Arti Singh Wedding: दुल्हन आरती को लेने बारात लेकर निकले दीपक...रॉयल अवतार में दिखे कृष्णा-कश्मीरा
-
Salman Khan Firing: सलमान खान के घर फायरिंग के लिए पंजाब से सप्लाई हुए थे हथियार, पकड़ में आए लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे
धर्म-कर्म
-
Maa Lakshmi Puja For Promotion: अटक गया है प्रमोशन? आज से ऐसे शुरू करें मां लक्ष्मी की पूजा
-
Guru Gochar 2024: 1 मई के बाद इन 4 राशियों की चमकेगी किस्मत, पैसों से बृहस्पति देव भर देंगे इनकी झोली
-
Mulank 8 Numerology 2024: क्या आपका मूलांक 8 है? जानें मई के महीने में कैसा रहेगा आपका करियर
-
Hinduism Future: पूरी दुनिया पर लहरायगा हिंदू धर्म का पताका, क्या है सनातन धर्म की भविष्यवाणी