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भारत का स्मार्ट टीवी बाजार 28 फीसदी बढ़ा, घरेलू ब्रांडों ने 24 प्रतिशत हिस्सेदारी पर कब्जा किया

भारत का स्मार्ट टीवी बाजार 28 फीसदी बढ़ा, घरेलू ब्रांडों ने 24 प्रतिशत हिस्सेदारी पर कब्जा किया

Updated on: 04 Apr 2023, 04:10 PM

नई दिल्ली:

2022 में भारत के स्मार्ट टीवी शिपमेंट में 28 प्रतिशत (ऑन-ईयर) की वृद्धि हुई और घरेलू ब्रांडों ने स्मार्ट टीवी शिपमेंट में 24 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे तेज वृद्धि दिखाई। मंगलवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

काउंटरपॉइंट रिसर्च के मुताबिक, कुल टीवी शिपमेंट में स्मार्ट टीवी का योगदान 90 फीसदी से ज्यादा था, जो अब तक का सबसे ज्यादा है।

99 प्रतिशत से अधिक टीवी अब स्थानीय रूप से असेंबल किए जा रहे हैं, कुछ हाई-एंड टीवी आयात किए जा रहे हैं।

शाओमी ने 11 प्रतिशत शेयर के साथ भारत के स्मार्ट टीवी बाजार का नेतृत्व करना जारी रखा, इसके बाद सैमसंग और एलजी का स्थान रहा।

शोध विश्लेषक आकाश जाटवाला ने कहा, उपभोक्ता बड़े स्क्रीन आकार विशेष रूप से 43-इंच पसंद कर रहे हैं, जिसके कारण 2022 में इस डिस्प्ले आकार में स्मार्ट टीवी शिपमेंट में 29 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह आकार भी बजट मूल्य सीमा तक गिरना शुरू हो गया है।

डॉल्बी इंटीग्रेशन एक और सबसे अधिक मांग वाला फीचर है और यह कम कीमत वाले टीवी में भी उपलब्ध है।

उन्होंने कहा, ऑपरेटिंग सिस्टम के मामले में, गूगल टीवी कई गुना बढ़ा है और साल के दौरान भेजे गए स्मार्ट टीवी के 4 प्रतिशत में उपलब्ध था।

वनप्ल्स, वीयू और टीएलसी 2022 में स्मार्ट टीवी सेगमेंट में सबसे तेजी से बढ़ने वाले ब्रांड थे।

वरिष्ठ शोध विश्लेषक अंशिका जैन ने कहा, 20,000 रुपये से 30,000 रुपये के प्राइस बैंड में स्मार्ट टीवी शिपमेंट साल-दर-साल 40 प्रतिशत बढ़कर 29 प्रतिशत तक पहुंच गया। औसत बिक्री मूल्य (एएसपी) 8 प्रतिशत घटकर लगभग 30,650 रुपये हो गया।

2022 में गैर-स्मार्ट टीवी शिपमेंट में 24 प्रतिशत की गिरावट आई और ऑनलाइन चैनलों ने वर्ष के दौरान कुल शिपमेंट में अपना योगदान बढ़ाकर 33 प्रतिशत कर दिया।

रिपोर्ट में कहा गया है कि मीडियाटेक चिप्स के पास वर्ष के दौरान कुल टीवी बाजार का लगभग तीन-पांचवां हिस्सा था।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.