New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2020/07/11/tiktok-users-83.jpg)
टिकटक पर प्रतिबंध से कंपनी को हजारों करोड़ का नुकसान.( Photo Credit : न्यूज नेशन)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
टिकटक पर प्रतिबंध से कंपनी को हजारों करोड़ का नुकसान.( Photo Credit : न्यूज नेशन)
पूर्वी लद्दाख (Ladakh) की गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi) की कूटनीति समेत आर्थिक मोर्चाबंदी चीनी कंपनियों को भारी पड़ने लगी है. खासकर चीनी एप्स (Chinese Apps) पर प्रतिबंध के बाद टिकटॉक और हैलो एप की मूल कंपनी को लगभग 45 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. भारतीय बाजार के जरिये बड़े लाभ कमाने की योजना पर काम कर रही टिकटॉक ने ऐसे में अब चीन से पल्ला झाड़ने का मन बना लिया है. खासकर इन खबरों के बीच कि अमेरिका (America) भी टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा सकता है, कंपनी अपना बोरिया बिस्तर चीन से समेटने पर गंभीरता से विचार कर रही है.
यह भी पढ़ेंः अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने के संकेत, RBI गवर्नर शक्तिकांत दास का बड़ा बयान
30 फीसदी यूजर्स भारत में
टिकटॉक की मूल कंपनी बाइटडांस (ByteDance) अपने मुख्यालय को चीन से बाहर शिफ्ट करने की योजना पर गंभीरता से विचार कर रही है. गौरतलब है कि दुनिया में टिक टॉक के कुल यूजर्स में तीस प्रतिशत भारत में हैं. भारत में इस एप को करीब 60 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड किया गया है. अपने एप की लोकप्रियता को देखते हुए बीते साल बाइटडांस कंपनी ने भारत में बड़े स्तर पर विस्तार किया था. कंपनी भारत को अपने लिए टॉप ग्रोथ देश के रूप में देख रही थी, लेकिन एप पर प्रतिबंध के बाद हो रहे नुकसान की भरपाई करने के लिए ByteDance कंपनी का पुनर्गठन करने का विचार कर रहा है.
यह भी पढ़ेंः चीन से तनातनी के बीच आईएएफ को मिले 5 और अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर
अमेरिका में भी हो सकता है टिकटॉक बैन
इस बीच ऐसी खबरें आ रही हैं कि अमेरिका भी भारत की देखा-देखी टिकटॉक एप पर प्रतिबंध लगा सकता है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने खुद इस एप पर प्रतिबंध लगाने का संकेत दिए हैं. इस खतरे को देखते हुए बाइटडांस कंपनी अपने टिक टॉक व्यवसाय के कॉर्पोरेट ढांचे में बदलाव की सोच रही है. गौरतलब है कि भारत ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए चीन के 59 एप को प्रतिबंधित कर दिया था. एप बैन करने से चीन की एक ही कंपनी को 45 हजार करोड़ के नुकसान की आशंका जताई जा रही है. चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक बाइटडांस को 6 बिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है.
यह भी पढ़ेंः दुनियाभर के देशों के बढ़ते कर्ज और राजकोषीय घाटे को लेकर IMF ने जारी की चेतावनी
प्रबंधन बोर्ड का नये सिरे से गठन भी संभव
चर्चा है कि कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने कॉर्पोरेट के सामने चीन के बाहर नया हैडक्वार्टर और प्रबंधन बोर्ड के गठन का प्रस्ताव रखा है. उन्होंने कहा कि 'हम अपने यूजर्स की गोपनीयता और सुरक्षा की रक्षा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं क्योंकि हम एक ऐसा मंच बनाते हैं जो रचनात्मकता को प्रेरित करता है और दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए खुशी देता है. हम अपने यूजर्स, वर्कर, कलाकारों के हित को देखते हुए आगे कोई कदम उठाएंगे.
HIGHLIGHTS