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पटना एम्स के निकट मरीजों के परिजनों के लिए बनेगा रोगी परिचारी गृह : नीतीश

पटना एम्स के निकट मरीजों के परिजनों के लिए बनेगा रोगी परिचारी गृह : नीतीश

Updated on: 14 Dec 2021, 10:55 PM

पटना:

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को घोषणा की कि पटना के एम्स में इलाज कराने आने वाले मरीजों के परिजनों के लिए एम्स के पास ही राज्य सरकार की तरफ से रोगी परिचारी (देखभाल) गृह का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि एम्स के एक्सटेंशन के लिए भी राज्य सरकार जमीन उपलब्ध कराएगी।

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान के परिसर में टेलीमेडिसिन स्टूडियो (ई-संजीवनी) का शुभारंभ किया तथा निरीक्षण भी किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने 1919 करोड़ 95 लाख रुपए की लागत से 772 विभिन्न योजनाओं का रिमोट के माध्यम से शिलान्यास, कार्यारम्भ, उद्घाटन एवं लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री ने इस क्रम में जमुई में लगभग 500 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास किया।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में एक महीने में 39 लोग इलाज के लिए आते थे जबकि अब 10 हजार लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।

उन्होंने कहा कि बिहार में पहले छह सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, जबकि 2 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज थे। अब राज्य में 11 सरकारी मेडिकल कॉलेज और 6 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज यानी कुल 16 मेडिकल कॉलेज हैं।

मुख्यमंत्री ने हाल ही में मुजफ्फरपुर में एक प्राइवेट अस्पताल में आंखों के इलाज के दौरान मरीजों की आंखों की रौशनी चले जाने की घटना को दुखद बताते हुए कहा कि प्राइवेट अस्पतालों को ठीक से काम करना होगा। उन्होंने भरोसा दिया कि इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे उस पर कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों की आंखें चली गईं हैं, राज्य सरकार की तरफ से पीड़ितों को सहायता दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना के एम्स में इलाज कराने आने वाले मरीजों के परिजनों के लिए एम्स के पास ही राज्य सरकार की तरफ से रोगी परिचारी गृह का निर्माण कराया जाएगा। एम्स के एक्सटेंशन के लिए भी हमलोग जमीन उपलब्ध कराएंगे। शिशु रोग अतिविशिष्ट अस्पताल का निर्माण कराया जाएगा। आयुष प्रक्षेत्र में भी बेहतर काम किया जा रहा है।

उन्होंने चिकित्सकों से बिहार में ही रहने और मरीजों का इलाज करने की अपील की।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.