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धरती के पास से गुजरे रहस्‍यमय ऑब्जेक्ट को लेकर पिछले 4 साल से बनी हुई है गुत्थी

हावर्ड के शोधकर्ताओं का कहना है कि नई व्याख्या के तहत ऑब्‍जेक्‍ट को नाइट्रोजन आइसबर्ग होने की अवधारणा को असंभव करार दिया गया है.

Updated on: 17 Nov 2021, 01:02 PM

highlights

  • पहले इस ऑब्जेक्ट को एलियन शिप, एस्टेरॉयड का टुकड़ा और नाइट्रोजन आइसबर्ग कहा गया था
  • नई व्याख्या के तहत ऑब्‍जेक्‍ट को नाइट्रोजन आइसबर्ग होने की अवधारणा को असंभव करार दिया

नई दिल्ली:

वैज्ञानिकों के लिए वर्ष 2017 में धरती के पास गुजरा इंटरस्टेलर ऑब्जेक्ट Oumuamua बड़ी चुनौती साबित हो रहा है. दरअसल, वैज्ञानिक इस रहस्यमयी ऑब्जेक्ट के बारे में एक के बाद एक नई नई व्याख्या कर रहे हैं और यही वजह है कि उसके बारे में चल रही पिछली थ्योरी बेकार साबित हो रही है. Oumuamua को लेकर नई व्याख्या सामने आई है जिसमें कहा गया है कि सिगार के आकार का यह ऑब्जेक्ट नाइट्रोजन आइसबर्ग (Oumuamua Nitrogen Iceberg) नहीं है. बता दें कि इस व्याख्या से पहले इस ऑब्जेक्ट को एलियन शिप, एस्टेरॉयड का टुकड़ा और नाइट्रोजन आइसबर्ग कहा गया था. 

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हावर्ड के शोधकर्ताओं का कहना है कि नई व्याख्या के तहत ऑब्‍जेक्‍ट को नाइट्रोजन आइसबर्ग होने की अवधारणा को असंभव करार दिया गया है. शोधकर्ताओं ने न्‍यू एस्‍ट्रोनॉमी जर्नल में प्रकाशित अपने शोध यह जानकारी साझा की है. बता दें कि अक्टूबर 2017 में खगोलविदों को पहली बार Oumuamua के सोलर सिस्‍टम से गुजरने की जानकारी का पता चला था. उस समय इस ऑब्जेक्ट की स्पीड 92 हजार किमी प्रतिघंटा के आस-पास दर्ज की गई थी. उस दौरान यह ऑब्जेक्ट बहुत तेजी से हमारे सोलर सिस्टम में आकर सूरज के काफी पास से होते हुए निकल गया था. 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उस दौरान वैज्ञानिकों को इस बात की जानकारी नहीं लग पाई कि Oumuamua को आखिर चलाने के पीछे कौन सी ऊर्जा काम कर रही थी और यह किस चीज से बना हुआ था. अमेरिका के एरिजोना स्‍टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों एलन जैक्‍शन और स्‍टीव देस्‍च ने मार्च में दावा किया था कि इसकी जानकारी का पता लगाया जा चुका है. उनका कहना था कि Oumuamua नाइट्रोजन आइसबर्ग था और यह हमारे सोलर सिस्‍टम से बाहर प्‍लूटो जैसे किसी ग्रह से निकला हुआ था.