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Black hole को लेकर चौंकाने वाले खुलासे, कांप जाएंगे इन आवाजों से

NASA Latest Reserch On Black Hole: एक बार फिर से रहस्मयी दुनिया का नया सच उजागर हुआ है. आपको जान कर हैरानी होगी कि आवाज करने वाले ब्लैक होल सिस्टम में बेहद ही डरावनी आवाजें आती हैं. इन आवाज को आप भी सुन सकते हैं.

Updated on: 08 May 2022, 11:34 AM

highlights

  • शोधकर्ताओं का दावा ब्लैक होल से आती हैं डरावनी आवाजें
  • नासा ने ट्वीटर अकाउंट पर नया वीडियो किया शेयर

नई दिल्ली:

NASA Latest Reserch On Black Hole: शोधकर्ता हमेशा तरह- तरह के शोधों से दुनिया के सामने चौंकाने वाले खुलासे करते हैं. ऐसा ही चौंकाने वाला खुलासा ब्लैक होल के बारे में किया गया है. शोधकर्ताओं ने नए शोध मिल्की वेव में आवाज करने वाला ब्लैक होल सिस्टम का पता लगाया है. एक बार फिर से रहस्मयी दुनिया का नया सच उजागर हुआ है. आपको जान कर हैरानी होगी कि आवाज करने वाले ब्लैक होल सिस्टम में बेहद ही डरावनी आवाजें आती हैं. इन आवाज को आप भी सुन सकते हैं. शोधकर्ताओं ने सोशल मीडिया हैंडल पर डारावनी आवाज वाले ब्लैक हॉल का वीडियो शेयर किया है. ब्लैक होल के बारे में हमेशा से ही चौंकाने वाले खुलासे होते आए हैं. यह सभी जानते हैं कि ब्लैक होल की ग्रैविटी इतनी पाउरफुल होती है कि इसे प्रकाश भी मात नहीं दे पाता और इसके गर्भ में गायब हो जाता है.

देखिए नासा का ये वीडियो

तेज और डरावनी आवाज के पीछे है ये तर्क
दरअसल ब्लैक होल गर्म गैसों और धूल मिट्टी (Accretion Disk) से घिरा माना जाता है. जब इसमें गर्म गैसों और धूल मिट्टी का जाना होता है तो एक तेज रोशनी एक्सरे लाइट पैदा होती है इसके साथ ही एक तेज गूंज या आवाज का निकलना होता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें एमआईटी (Massachusetts Institute of Technology) के शोधकर्ताओं ने 8 आवाज करने वाले ब्लैक होल बायनरीज का खुलासा दुनिया के सामने किया है. इस शोध के लिए एक खास तरह की मशीन को इस्तेमाल में लाया गया था, जिसका नाम रिवरबेरेशन मशीन (Reverberation Machine) बताया गया है. इसके साथ ही शोधकर्ताओं ने सभी ब्लैक होल बायनरीज़ में हाई टू लॉवर एनर्जी स्टेट में ट्रांजिसनल पीरियड के लंबे होने की बात कही है.

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सूरज के मास से 15 गुना ज्यादा है ब्लैक होल का मास
शोधकर्ताओं ने नई स्टडी में पाया कि ये ब्लैक होल सूरज जैसे तारों पर जीवित थे, इसके साथ ही इसका मास सूरज के मास से 15 गुना ज्यादा है. इस डेटा का इस्तेमाल कर शोधकर्ताओं ने एक्स रे ईको (x-Ray Echoes) को साउंड वेव्स (Sound Waves) में बदला.