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चंद्रमा की सतह पर दिखा अजीबोगरीब यान, NASA के दफ्तर में मचा हड़कंप

क्या एलियंस ने चंद्रमा की सतह पर कदम रखा है? ऐसा दावा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि नासा ने एक ऐसी तस्वीर खींची है जो अपने आप में हैरान करने वाली है.

Updated on: 11 Apr 2024, 04:32 PM

नई दिल्ली:

नासा का लूनर रिकॉनिसंस ऑर्बिटर लगातार चंद्रमा की तस्वीरें ले रहा है. साथ ही यह चंद्रमा के चारों ओर लगातार चक्कर भी लगा रहा है. इस बीच लूनर ऑर्बिटर की कैद में एक रहस्यमयी चीज देखी गई है, जिसके बाद नासा के दफ्तर में हलचल तेज हो गई है. वहां काम कर रहे सभी वैज्ञानिकों की नींद उड़ गई है. यह एक सर्फ़बोर्ड की तरह था. सर्फ़बोर्ड का मतलब है कि एक ऐसा बोर्ड जिस पर लोग खड़े होकर समुद्र की लहरों की सवारी करते हैं.

नासा के वैज्ञानिकों ने पहले दावा किया कि कोई यूएफओ या एलियन शिप है. हालांकि, वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि यह कोई यान न होकर कुछ और है. लेकिन इतनी लंबी आकार की वस्तुओं को देख हैरान है. 

आख़िर चांद की सतह पर क्या दिखा?

इस रहस्यमयी बोर्ड को देखने के बाद एलआरओ ने जांच शुरू कर दी. आपको बता दें कि इस बोर्ड की तस्वीर 4-5 मार्च को क्लिक की गई थी. काफी जांच के बाद पता चला कि इस रहस्यमय वस्तु का स्थान दक्षिण कोरिया से संबंधित है. यह लूनर ऑर्बिटर दानुरी है. ऐसा इसलिए प्रतीत हुआ क्योंकि दोनों अंतरिक्ष यान यानी नासा का एलआरओ और कोरिया का देनुरी एक साथ अलग-अलग कक्षाओं में घूम रहे थे. नासा के वैज्ञानिकों ने कहा कि एलआरओ के कैमरे का एक्सपोजर टाइम बहुत कम है. यह मात्र 0.338 मिलीसेकंड है. इसलिए उन्हें तस्वीरें लेने में दिक्कत हो रही थी. 

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इसलिए लगा है ये यान?

जानकारी के मुताबिक, यह दक्षिण कोरिया का पहला यान था, जो दिसंबर 2022 में चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा था. LRO और DANUR के बीच गति में अंतर है. दोनों की स्पीड में करीब 11,500 KM/hr का अंतर है. इसलिए जब एलआरओ ने तस्वीर ली, तो छोटा डेनुरी अंतरिक्ष यान एक विशाल विदेशी अंतरिक्ष यान जैसा लग रहा था. वह अपने वास्तविक आकार से 10 गुना बड़ा लेटा हुआ प्रतीत हो रहा था. तेज गति के कारण यह सर्फ़बोर्ड जैसा दिख रहा था.

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