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NASA के आर्टेमिस मून रॉकेट को पहले चरण में मिली सफलता

नासा (NASA) ने अपने एक बयान में कहा कि नासा के आर्टेमिस मिशन से पहले किया गया यह सफल परीक्षण एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. इससे भविष्य के आर्टेमिस मिशन का मार्ग प्रशस्त होता है.

Updated on: 20 Mar 2021, 07:25 AM

highlights

  • अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के आर्टेमिस प्रोग्राम के तहत आगामी मून मिशन के लिए डिजाइन किया गया
  • परीक्षण के दौरान रॉकेट ने सात सेकेंड के भीतर 16 लाख पाउंड से अधिक उर्जा उत्पन्न किया है

वॉशिंगटन:

नासा (NASA) ने स्पेस लॉन्च सिस्टम (एसएलएस) के मुख्य चरण के एक महत्वपूर्ण हॉट फायर टेस्ट को पूरा कर लिया है. इसे अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के आर्टेमिस प्रोग्राम (Artemis Mission) के तहत आगामी मून मिशन के लिए डिजाइन किया गया है. नासा ने अपने एक बयान में कहा कि नासा के आर्टेमिस मिशन से पहले किया गया यह सफल परीक्षण एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. इससे भविष्य के आर्टेमिस मिशन का मार्ग प्रशस्त होता है. टीम द्वारा परीक्षण से प्राप्त आंकड़े का उपयोग उड़ान के लिए कोर स्टेज डिजाइन को सत्यापित करने के लिए किया जाएगा. नासा के अधिकारी प्रशासक स्टीव जुस्र्की ने अपने एक बयान में कहा कि एसएलएस नासा द्वारा निर्मित अब तक का सबसे शक्तिशाली रॉकेट है और आज परीक्षण के दौरान रॉकेट ने सात सेकेंड के भीतर 16 लाख पाउंड से अधिक उर्जा उत्पन्न किया है.

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उन्होंने आगे कहा कि एसएलएस इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एक गजब की उपलब्धि है, जो अमेरिका की अगली पीढ़ी के मिशनों को शक्ति प्रदान करने में सक्षम एकमात्र रॉकेट है. नासा ने इससे पहले 16 जनवरी को एसएलएस कोर स्टेज का पहला हॉट फायर परीक्षण किया था, लेकिन उस वक्त बात नहीं बन पाई थी.

अंडर-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनिंग तकनीक पर काम कर रहा एप्पल

एक नव-प्रकाशित पेटेंट आवेदन में दावा किया गया है कि एप्पल टच आईडी को आईफोन में वापस लाने के उद्देश्य से अंडर-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनिंग तकनीक पर काम कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पेटेंट अमेरिकी पेटेंट और ट्रेडमार्क कार्यालय में दायर किया गया है और इसका शीर्षक 'अंडर-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसिंग बेस्ड ऑन ऑफ-एक्सिस एंगुलर लाइट आधारित अंडर-फिंगरप्रिंट फिंगरप्रिंटिंग' है. इसमें बताया गया है कि कैसे अंडर-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनर को अधिक सटीक और विश्वसनीय बनाया जा सकता है. 

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एप्पल ने अपनी इस तकनीक को एक 'एन्हांस्ड अंडर-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसिंग' प्रणाली के रूप में वर्णित किया है, जो कंपोनेंट्स के आकार को बढ़ाए फिंगरप्रिंट्स को और अधिक प्रभावी ढंग से पढ़ने के लिए 'ऑफ-एक्सिस एंगुलर लाइट' का उपयोग करता है. यह विधि फिंगरप्रिंट इंप्रेशन के कॉन्ट्रास्ट में सुधार कर सकती है और संपूर्ण संवेदन प्रणाली (सेंसिंग सिस्टम) की कॉम्पैक्टनेस को बनाए रख सकती है. एप्पल आईफोन 13 मॉडल इस साल के अंत में लॉन्च होने की उम्मीद है, जिसमें फेस आईडी के अलावा प्रमाणीकरण के लिए डिस्प्ले के नीचे एक फिंगरप्रिंट स्कैनर होने की उम्मीद है.