मंगल ग्रह पर मिनी हेलिकॉप्टर को उड़ाने के लिए तैयार NASA

NASA ने बताया कि अप्रैल के पहले सप्ताह से पहले इस हेलीकॉप्टर का टेस्ट होना संभव नहीं है. इंजिन्यूटी और नासा के मार्स 2020 पर्सिवियरेंस रोवर का संचालन करने वाली टीमें फ्लाइट जोन को चुन रखा है, जहां से हेलीकॉप्टर को काम करना है.

NASA ने बताया कि अप्रैल के पहले सप्ताह से पहले इस हेलीकॉप्टर का टेस्ट होना संभव नहीं है. इंजिन्यूटी और नासा के मार्स 2020 पर्सिवियरेंस रोवर का संचालन करने वाली टीमें फ्लाइट जोन को चुन रखा है, जहां से हेलीकॉप्टर को काम करना है.

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Dhirendra Kumar
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NASA Mars Helicopter

NASA Mars Helicopter ( Photo Credit : IANS )

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) ने मंगल ग्रह पर भेजे गए पर्सिवियरेंस रोवर (Perseverance Rover) के साथ इंजिन्यूटी नाम का एक छोटा सा हेलीकॉप्टर भी भेजा है. इस हेलीकॉप्टर की मदद से मंगल ग्रह के अनछुए पहलुओं का पता लगाया जाएगा. नासा ने पहली बार इसकी तस्वीर जारी की है. पर्सिवियरेंस रोवर की टीम ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि मलबे के ढेर से कुछ दूरी पर यह रहा हमारे हेलीकॉप्टर का फर्स्ट लुक. यह एक तरफ से कुछ झुककर एक स्थान पर आकर खड़ा हुआ है. अब इसे आगे के लिए समायोजित करने से इसे सटीक दिशा में वापस घुमाकर लाना होगा. पहले इसे इसके निर्धारित हेलीपैड तक पहुंचाया जाएगा. नासा ने बताया कि अप्रैल के पहले सप्ताह से पहले इस हेलीकॉप्टर का टेस्ट होना संभव नहीं है. इंजिन्यूटी और नासा के मार्स 2020 पर्सिवियरेंस रोवर का संचालन करने वाली टीमें फ्लाइट जोन को चुन रखा है, जहां से हेलीकॉप्टर को काम करना है.

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गूगल ने एंड्रॉएड डिवाइस पर ऐप्स क्रैश की समस्या का हल निकाला

गूगल ने मंगलवार को कहा कि उसने वेबव्यू के साथ आई समस्या को सुलझा लिया है, जिसके कारण एंड्रॉएड पर कुछ ऐप क्रैश हो गई थी और भारत सहित दुनिया भर के यूजर्स इन्हें इस्तेमाल नहीं कर पा रहे थे. गूगल के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "हमने वेबव्यू के साथ समस्या का समाधान किया है, जिससे एंड्रॉएड पर कुछ यूजर्स के लिए कई ऐप क्रैश हो गए थे. गूगल प्ले के माध्यम से एंड्रॉएड सिस्टम वेबव्यू और गूगल क्रोम को अपडेट करते हुए समस्या को हल करना चाहिए. इससे पहले, कुछ एंड्रॉएड यूजर्स को अपने एंड्रॉएड डिवाइसों पर ऐप के साथ दिक्कतों का सामना करना पड़ा था और इस पर गूगल ने कहा था कि वह इस परेशानी को दूर करने पर काम कर रहा है.

गूगल ने पहले के एक अपडेट में कहा था कि कंपनी यूजर्स के सामने आ रही दिक्कतों से अवगत है. कंपनी ने माना था कि तकनीकी खराबी है और यूजर्स जीमेल का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं. गूगल ने कहा था कि कंपनी समस्या का समाधान करने की उम्मीद करते हुए एक अपडेट प्रदान करेगी. इसके साथ ही कंपनी ने ग्राहकों को सलाह देते हुए कहा कि प्रभावित उपयोगकर्ता जीमेल एंड्रॉएड ऐप के बजाय, डेस्कटॉप जीमेल वेब इंटरफेस का उपयोग कर सकते हैं. सैमसंग ने भी इस मुद्दे को स्वीकार किया और एक समाधान का सुझाव दिया. सैमसंग यूएस सपोर्ट ने सुझाव दिया है कि यूजर्स वेबव्यू अपडेट को हटा लें और फोन को रिस्टार्ट कर दें, जिसके बाद यह दिक्कत दूर हो जाएगी.

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समस्या जाहिर तौर पर एंड्रॉएड सिस्टम वेबव्यू नामक एक सिस्टम कंपोनेंट के कारण पैदा हुई थी. प्रभावित यूजर्स के अनुसार, एंड्रॉएड पर जीमेल ऐप क्रैश हो गया था और वह इसका उपयोग नहीं कर पा रहे थे. सैमसंग ने समस्या के हल के लिए सलाह देते हुए बताया कि इसके लिए यूजर को सेटिंग पर जाना होगा, जिसके बाद ऐप पर जाकर नजर आ रहे तीन डॉट, जो कि राइट कॉर्नर में हैं, को टैप करें. यहां शो सिस्टम ऐप नजर आएगा, जिसके बाद सर्च एंड्रॉएड सिस्टम वेबव्यू की अपडेट को अनस्टॉल कर दें.

HIGHLIGHTS

  • NASA ने मंगल पर भेजे गए पर्सिवियरेंस रोवर के साथ एक छोटा हेलीकॉप्टर भी भेजा है
  • अप्रैल के पहले सप्ताह से पहले इस हेलीकॉप्टर का टेस्ट होना संभव नहीं है: NASA
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