/newsnation/media/post_attachments/images/2023/09/01/somnath-72.jpg)
इसरो चीफ एस सोमनाथ( Photo Credit : ANI)
Aditya-L1 Mission : चंद्रयान-3 मिशन (Chandrayaan-3 Mission) के बाद अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) सूर्य के अध्ययन के लिए आदित्य-L1 मिशन (Aditya-L1 Mission) लॉन्च करने वाला है. आदित्य-L1 मिशन 2 सितंबर यानी शनिवार को सुबह 11.30 बजे लॉन्च किया जाएगा. इसरो ने इस मिशन का ट्रॉयल भी कर लिया है. इसे लेकर इसरो चीफ एस. सोमनाथ (ISRO Chief S Somnath) ने शुक्रवार को मंदिर में पूजा-अर्चना की और आदित्य-L1 को लेकर बड़ा बयान दिया है.
यह भी पढ़ें : Chandrayaan-3 Mission: चंद्रयान-3 मिशन कब होगा पूरा? इसरो चीफ ने आदित्य-L1 पर भी किया बड़ा खुलासा
इसरो चीफ सोमनाथ ने चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर में की पूजा अर्चना
आदित्य-L1 मिशन के लॉन्च से पहले इसरो के प्रमुख एस. सोमनाथ ने आंध्र प्रदेश के तिरूपति जिले के चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की. भारत का पहला सौर मिशन (आदित्य-L1 मिशन) 2 सितंबर को सुबह 11.50 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से लॉन्च होने वाला है. इसरो ने इस मिशन को लेकर सारी तैयारी कर ली है. आदित्य-L1 मिशन के लॉन्चिंग के दौरान पूरी दुनिया की नजरें भारत पर रहेंगी.
#WATCH इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने कहा, "आज से आदित्य L1 का काउंटडाउन शुरू हो रहा है और यह कल सुबह 11.50 बजे के आसपास लॉन्च होगा। आदित्य L1 उपग्रह सूर्य का अध्ययन करने के लिए है। L1 बिंदु तक पहुंचने में इसे 125 दिन लगेंगे। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण लॉन्च है। हमने अभी तक चंद्रयान-4… pic.twitter.com/fBTjdTTnzC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 1, 2023
यह भी पढ़ें : Parliament Special Session : संसद के विशेष सत्र पर विपक्ष ने उठाया सवाल, वन नेशन-वन इलेक्शन समेत ये बिल ला सकती है मोदी सरकार
आदित्य-L1 का काउंटडाउन शुरू
मंदिर में पूजा पाठ के बाद इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ (S Somnath) ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आज से आदित्य L1 का काउंटडाउन शुरू हो रहा है और यह 2 सितंबर की सुबह 11.50 बजे के आसपास लॉन्च होगा. आदित्य L1 उपग्रह सूर्य का अध्ययन करने के लिए है. इसे L1 बिंदु तक पहुंचने में 125 दिन लगेंगे. यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण लॉन्च है. हमने अभी तक चंद्रयान-4 को लेकर कोई फैसला नहीं किया है, हम जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे. आदित्य L1 के बाद हमारा अगला प्रक्षेपण गगनयान अक्टूबर के पहले सप्ताह तक होगा.