Shiv Ji Ki Aarti: सावन महीना भगवान शिव का प्रिय माह है और इस साल यह 22 जुलाई, दिन सोमवार से शुरू हो चुका है. सावन के महीने में भक्त भगवान शिव की पूजा-आराधना करते हैं और शिवलिंग का गंगाजल और दूध से भव्य अभिषेक करते हैं. इस महीने का हर सोमवार विशेष महत्व रखता है, जिसे सावन सोमवार कहते हैं. सावन के पहले सोमवार या पहले दिन भगवान शिव की पूजा के बाद शाम के समय आरती अवश्य करनी चाहिए. शास्त्रों में बताया गया है कि सावन के पहले दिन या पहले सोमवार को भगवान शिव की संध्या आरती करने से महादेव की दिव्यता की अनुभूति होती है और शिव शंभू का आशीर्वाद भी मिलता है.
भगवान शिव की संध्या आरती
यह भी पढ़ें: Sawan: सावन का दूसरा सोमवार कब है, जानें कैसे करें महादेव की पूजा!
सावन सोमवार के दिन संध्या आरती में भगवान शिव की महिमा का गुणगान होता है.
/newsnation/media/media_files/A5MLj9Qoh1j0NNtvRRtt.jpg)
सावन सोमवार के लाभ
सावन सोमवार के दिन भगवान शिव की संध्या आरती करने से मिलते हैं कई लाभ
- भगवान शिव की कृपा बनी रहती है, जिससे जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं और बिगड़े काम बनने लगते हैं.
- संध्या आरती करने से गृह शांति बनी रहती है और पारिवारिक क्लेश एवं ग्रह दोष दूर हो जाते हैं.
- सावन सोमवार के पहले दिन शिव जी की संध्या आरती करने से वास्तु दोष भी दूर होता है.
इस तरह, सावन सोमवार के दिन भगवान शिव की संध्या आरती का विशेष महत्व है. आप भी इस आरती को अपने परिवार के साथ मिलकर कर सकते हैं और भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)