Sawan 2025: सावन शुरू होने में बसा 7 दिन बाकी है. सावन के पहले दिन यानी की श्रावण कृष्ण प्रतिपदा तिथि से ही कांवड़ यात्रा भी शुरू हो जाती है. भक्त बड़े ही उत्साह से पवित्र नदियों से जल भरकर लाते हैं और उससे शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं. जो लोग कांवड़ यात्रा लेकर जाते है उन्हें कई नियमों का पालन करना होता है. अगर आप भी कांवंड यात्रा लेकर जा रहे हैं और अगर आपने इन नियमों का पालन नहीं किया तो आपकी यात्रा असफल और खंडित हो जाएगी. जिससे भोले बाबा आपसे नाराज हो जाएंगे और आपको फल की प्राप्ति भी नहीं होगी.
इन नियमों का करें पालन
1.आप जब भी कांवड़ यात्रा करते हैं तो आपको अपने मन में शिवजी के लिए भक्ति रखनी चाहिए. आप अपने मन, वचन और कर्म को शुद्ध रखें.
2.आप खुद को पवित्र रखे. जिसका मतलब है कि आप शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से ही खुद को पवित्र रखें. इस दौरान आप दूसरों के प्रति नफरत की भावना ना रखें.
3.आप इस दौरान बीच में कहीं भी अगर पेशाब के लिए रुकते हैं तो कांवड़ को जमीन पर ना रखें उसे पेड़ या फिर स्टैंड पर रखें. वहीं आप गंगाजल से खुद को पवित्र करें और फिर आगे बढ़ें.
4.कांवड़ यात्रा के दौरान आप प्याज, लहसुन, मांस, बीड़ी, सिगरेट आदि का सेवन ना करें. सावन महीने में तामसिक वस्तुओं का सेवन वर्जित होता है.
5.कांवड़ यात्रा के दौरान आप भांग या फिर किसी अन्य पदार्थों का सेवन ना करें. यह सही नहीं माना जाता है.
6.कांवड़ यात्रा के दौरान आप खुद को महाकाल को समर्पित करे दें और उनकी भक्ति में लीन हो जाएं.
7.कांवड़ यात्रा के दौरान आप किसी भी जीव को कष्ट ना दें और ना ही उन्हें प्रताड़ित करें.
8.यात्रा के दौरान आप साफ वस्त्र पहनें और एक आगे की यात्रा प्रारंभ करने से पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.