इस अनोखे मंदिर में इंसान और बाघ दोनों करते हैं पूजा, जाने इस रहस्यमी टेंपल के बारे में
बैंकॉक से 140 किलोमीटर दूर कंचनबरी में एक ऐसा मंदिर है जो बेहद ही रहस्यमयी है. इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां इंसान के साथ-साथ बाघ भी रहते हैं. बेहद ही दोस्ताना तरीके से इस मंदिर में दोनों रहते हैं.
नई दिल्ली:
भारत समेत पूरी दुनिया में कई रहस्यों से भरे मंदिर हैं. जिनके बारे में जाकर विश्वास करना मुश्किल होता है. इसके साथ ही ईश्वर पर आस्था को और गहरा कर देता है. बैंकॉक से 140 किलोमीटर दूर कंचनबरी में एक ऐसा मंदिर है जो बेहद ही रहस्यमयी है. इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां इंसान के साथ-साथ बाघ भी रहते हैं. बेहद ही दोस्ताना तरीके से इस मंदिर में दोनों रहते हैं.
मंदिर में इस नजारे को देखने के लिए दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से लोग आते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है कि बाघ और इंसान एक साथ मंदिर में रहकर पूजा अर्चना करते होंगे. तो चलिए बताते हैं इसके पीछे की कहानी.
कहा जाता है कि थाइलैंड में जानवरों की तस्करी होने लगी थी. तब बौद्ध मंदिरों में जीवों को संरक्षण देने के लिए कंचनबरी स्थिति बौद्ध मंदिर में वन्यजीवों को पालना शुरू कर दिया गया.
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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो साल 1999 में एक गांववाले ने एक शिशु बाघ को बौद्ध भिक्षु को दिया. इस शिशु बाघ की मां का शिकार कुछ शिकारियों ने कर लिया था. इसके बाद इस मंदिर में छोटे-छोटे बाघों के बच्चे आने लगे. गांव वाले इन्हें बचाकर बौद्ध मंदिर में छोड़ जाया करते थे. जहां बौद्ध भिक्षु इनका लालन पालन करने लगे.
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बताया जा ता है कि इस मंदिर में कई बाघ है. इन बाघों के साथ बौद्ध भिक्षु ना सिर्फ खेलते हैं बल्कि साथ बैठाकर खाना भी खिलाते हैं. लेकिन आजतक कोई बाघ इन्हें नुकसान नहीं पहुंचाया है. बौद्ध भिक्षु के साथ रहते रहते बाघ भी शांत हो गए हैं. बाघ मंदिर में आने वाले पर्यटकों के साथ भी खेलते हैं. उनके साथ तस्वीर निकलवाते हैं. कंचनबरी के इस बौद्ध मंदिर को टाइगर टेंपल के नाम से जाना जाता है.
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