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21 जुलाई से शुरू हो सकती है अमरनाथ यात्रा, सिर्फ इतने हजार श्रद्धालुओं को मिल सकती है इजाजत

अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) कब से शुरू होगा इसे लेकर शिवभक्तों की नजर बनी हुई है. जून में शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा कोरोना वायरस की वजह से टाल दी गई.

Updated on: 06 Jul 2020, 03:41 PM

नई दिल्ली :

अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) कब से शुरू होगा इसे लेकर शिवभक्तों की नजर बनी हुई है. जून में शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा कोरोना वायरस की वजह से टाल दी गई. संभावना है कि इस महीने की 21 जुलाई को अमरनाथ यात्रा शुरू हो सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बाबा बर्फानी की यात्रा जुलाई में शुरू हो सकती है. इसके मद्देनजर इंतजाम भी किए गए हैं.

रविवार को उपराज्यपाल के सलाहाकर आर आर भटनागर और DGP दिलबाग सिंह ने अमरनाथ गुफा और बालटाल की यात्रा की थी और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था. हालांकि इस बार श्रद्धालुओं की संख्या एक तय सीमा में बाबा बर्फानी के दर्शन करेगी. रोजाना 500 यात्रियों को पवित्र गुफा जाने की अनुमति दी जाएगी. सूत्रों के मुताबिक, करीब 10,000 श्रद्धालुओं को यात्रा करने की इजाजत मिलेगी.

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श्रद्धालुओं को कोरोना की जांच करानी होगी

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पवित्र गुफा में दर्शन से पहले श्रद्धालुओं को कोरोना की जांच करानी होगी. जब तक रिपोर्ट निगेटिव नहीं आ जाती , उन्हें क्वारंटीन सेंटर में रहना होगा. इसके साथ ही 55 साल से कम उम्र वाले श्रद्धालुओं को ही दर्शन की इजाजत देने पर विचार किया जा रहा है.

 बालटाल रुट से अमरनाथ यात्रा होगी

बताया जा रहा है कि इस बार सिर्फ बालटाल रुट से अमरनाथ यात्रा होगी. हेलीकॉप्टर से यात्रा पर भी विचार किया जा रहा है, लेकिन अभी कोई फैसला नहीं हुआ है. इससे पहले दो मार्गों अनंतनाग के पहलगाम और गंदेरबल के बालटाल से यह यात्रा 23 जून से शुरू होने वाली थी लेकिन महामारी की वजह से इसमें विलंब हुआ.

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500 बिस्तरों वाले कोविड देखभाल केन्द्र बनाया गया

जम्मू में वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए आधार शिविर के रूप में इस्तेमाल होने वाले यात्री निवास को मार्च में पृथक केन्द्र के रूप में बदल दिया गया था और इसके बाद इसे 500 बिस्तरों वाले कोविड देखभाल केन्द्र के रूप में परिवर्तित किया गया. अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की जा सकती है. अमरनाथ यात्रा इस बार 2 सप्ताह तक ही चलेगी.