/newsnation/media/media_files/2025/01/20/ygfp9ueKlT9EsUSwUd1F.jpg)
Massive fire incident in Maha Kumbh Photograph: (News Nation)
Mahakumbh 2025 Cylinder Blast: प्रयागराज में महाकुंभ मेला अपने आठवें दिन भी भक्तों की भारी भीड़ का गवाह बना. संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंचे. इसी बीच रविवार को मेला क्षेत्र में एक भीषण आग लगने की घटना ने सबका ध्यान खींचा. आग की चपेट में आकर 200 से अधिक टेंट जलकर राख हो गए. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने मेले के आयोजन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. आग की शुरुआत शास्त्री पुल और रेलवे पुल के बीच स्थित गीताप्रेस के शिविर में हुई. प्रारंभिक जांच के अनुसार सिलेंडर ब्लास्ट (cylinder blast) के कारण आग लगी जिसने तेजी से विकराल रूप धारण कर लिया. आग की लपटें इतनी ऊंची थीं कि पांच किलोमीटर दूर से भी यह भयावह दृश्य स्पष्ट रूप से देखा जा सकता था.
तेजी से फैली आग ने मचाई तबाही
मेला क्षेत्र में आग लगने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति बन गई. सिलेंडर ब्लास्ट (cylinder blast) के बाद आग ने कुछ ही मिनटों में आस-पास के टेंटों को अपनी चपेट में ले लिया. दमकल विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और आग बुझाने के प्रयास शुरू किए. तब तक काफी नुकसान हो चुका था. आग से 200 से ज्यादा टेंट पूरी तरह से जल गए.
सीएम योगी ने किया निरीक्षण
घटना की सूचना मिलते ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) मेला क्षेत्र पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने घटना की गहन जांच के निर्देश दिए और अधिकारियों को पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आदेश दिया. मेला प्रशासन ने भी इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच कराने की घोषणा की है.
आग की घटना के बावजूद महाकुंभ में श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ. मेला क्षेत्र में अब तक 8.3 करोड़ श्रद्धालु शामिल हो चुके हैं. लोग संगम में डुबकी लगाकर मोक्ष की कामना कर रहे हैं. प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों को जल्द साफ कराकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है. महाकुंभ (mahakumbh 2025) जैसे विशाल आयोजन में इस प्रकार की घटना ने सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. मेला क्षेत्र में सिलेंडर का उपयोग कैसे हुआ और आग इतनी तेजी से क्यों फैली, इन पहलुओं की जांच जरूरी है. आयोजकों को भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे. प्रशासन इस घटना के बाद अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है ताकि मेला सुचारू रूप से चलता रहे.
यह भी पढ़ें