logo-image

Sheetla Saptami 2024: आज है शीतला सप्तमी, जानें क्या करें क्या ना करें

Sheetla Saptami 2024: शीतला सप्तमी, भारतीय हिन्दू समाज में एक महत्वपूर्ण पर्व है जो मां शीतला देवी की पूजा और भक्ति के लिए मनाया जाता है. यह पर्व मुख्य रूप से उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में धूमधाम से मनाया जाता है.

Updated on: 01 Apr 2024, 01:39 PM

नई दिल्ली:

Sheetla Ashtami 2024: शीतला सप्तमी, भारतीय हिन्दू पर्व और उत्सव है जो मुख्य रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है. यह उत्सव विशेष रूप से मां शीतला देवी की पूजा और भक्ति के लिए मनाया जाता है. इस दिन को मौसम में बदलाव के रूप में भी मनाते हैं. इस उत्सव के दौरान, मां शीतला की मूर्ति का पूजन किया जाता है और उन्हें प्रसाद के रूप में चावल, दूध, और मिठाई अर्पित किया जाता है. यह पर्व विशेष रूप से महिलाओं द्वारा मनाया जाता है, जो अपने परिवार की सुरक्षा और स्वास्थ्य की कामना करती हैं. इस दिन महिलाएं भोग, पूजा, और व्रत करती हैं और मां शीतला की कृपा और आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करती हैं. शीतला सप्तमी के दौरान, लोग अपने घरों को साफ़ और सुरक्षित बनाने का भी ध्यान रखते हैं, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की बीमारी या अपशगुन से बचाया जा सके. शीतला सप्तमी का महत्व उत्तर भारत में विशेष रूप से है, जहां इसे धूप, अंधेरे, बर्फ़, और शीतला देवी की कृपा की एक ओर संबोधित किया जाता है.

शीतला सप्तमी पर क्या करें:

पूजा: शीतला माता की मूर्ति या चित्र स्थापित करें. मूर्ति या चित्र को लाल रंग के कपड़े से सजाएं. गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी, और फूलों से शीतला माता का अभिषेक करें. अभिषेक करते समय शीतला माता के मंत्रों का जाप करें. चने की दाल, बूंदी, नारियल, और मिठाई का भोग लगाएं. भोग लगाने के बाद शीतला माता की आरती करें. शीतला माता की आरती करें. आरती करते समय शीतला माता के स्तुति का पाठ करें. व्रत रखें और शीतला माता से स्वास्थ्य और समृद्धि की प्रार्थना करें. व्रत रखते समय शीतला माता के नाम का जप करें. 

घर को साफ करें और सजाएं. घर को साफ करने के बाद रंगोली बनाएं और फूलों से सजाएं. नए कपड़े पहनें. नए कपड़े पहनने से शीतला माता प्रसन्न होती हैं. बच्चों को शीतला माता की कहानी सुनाएं. बच्चों को शीतला माता की कहानी सुनाने से उन्हें शीतला माता के महत्व के बारे में पता चलेगा. दान करें. दान करने से शीतला माता प्रसन्न होती हैं. आप गरीबों को भोजन, कपड़े, या दान कर सकते हैं.

शीतला सप्तमी पर क्या ना करें: 

नॉन-वेजिटेरियन भोजन न खाएं. शीतला सप्तमी के दिन नॉन-वेजिटेरियन भोजन खाने से शीतला माता नाराज होती हैं. मांस, मदिरा, और तंबाकू का सेवन न करें. मांस, मदिरा, और तंबाकू का सेवन शीतला माता को नाराज करता है. झूठ न बोलें. झूठ बोलने से शीतला माता नाराज होती हैं. किसी को गाली न दें. गाली देने से शीतला माता नाराज होती हैं. लड़ाई-झगड़ा न करें. लड़ाई-झगड़ा करने से शीतला माता नाराज होती हैं. शीतला सप्तमी का व्रत रखने से शीतला माता प्रसन्न होती हैं और स्वास्थ्य, समृद्धि, और खुशी प्रदान करती हैं. 

व्रत के दौरान खूब पानी पीएं. व्रत के दौरान खूब पानी पीने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है. हल्का और पौष्टिक भोजन करें. व्रत के दौरान हल्का और पौष्टिक भोजन करने से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं. व्रत के दौरान ध्यान करें और प्रार्थना करें. ध्यान और प्रार्थना करने से मन शांत होता है और शीतला माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है. शीतला सप्तमी एक महत्वपूर्ण त्यौहार है जो शीतला माता की पूजा और व्रत रखने के लिए मनाया जाता है. इस त्यौहार को मनाने से शीतला माता प्रसन्न होती हैं और स्वास्थ्य, समृद्धि, और खुशी प्रदान करती हैं.

यह भी पढ़ें: Somvati Amavasya 2024 Date: सोमवती अमावस्या के दिन लगेगा सूर्य ग्रहण, जानें क्या करें क्या ना करें 

Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)