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Sharad Purnima 2022 Dos and Donts: शरद पूर्णिमा के दिन जरूर रखें इन बातों का ध्यान, नहीं तो श्राप में परिवर्तित हो जाएगा मिलने वाला अखंड वरदान

Sharad Purnima 2022 Dos and Donts: मान्यताओं के अनुसार, जो भी व्यक्ति शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी और चंद्रदेव की पूर्ण श्रद्धा से पूजा करता है उसके जीवन में धन का अभाव और स्वास्थ खराब कभी नहीं होता.

Updated on: 08 Oct 2022, 11:01 AM

नई दिल्ली :

Sharad Purnima 2022 Dos and Donts: हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा मनाई जाती है. इस बार शरद पूर्णिमा 9 अक्टूबर, रविवार को पड़ रही है. हिन्दू धर्म ग्रंथों में शरद पूर्णिमा का अत्यधिक महत्व है. माना जाता है कि इस दिन चंद्रमा पूरी 16 कलाओं से परिपूर्ण होता है. इसके साथ ही, शरद पूर्णिमा के दिन ही समुद्र मंथन से मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं. इसी कारण से शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र देव के साथ साथ मां लक्ष्मी की पूजा का भी विधान है. मान्यताओं के अनुसार, जो भी व्यक्ति शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी और चंद्रदेव की पूर्ण श्रद्धा से पूजा करता है उसके जीवन में धन का अभाव और स्वास्थ खराब कभी नहीं होता. मात्र शरद पूर्णिमा के दिन ही मां लक्ष्मी वैकुण्ठ धाम छोड़ धरती पर पूरा दिन वास करती हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं शरद पूर्णिमा के दिन किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए. 

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शरद पूर्णिमा 2022 क्या करें (Sharad Purnima 2022 Dos)
- शरद पूर्णिमा के दिन अपने घर की अच्छे से साफ सफाई करें. कहीं पर कूड़ा कचरा या जाले न हों, इसका ध्यान रखना चाहिए.
- शरद पूर्णिमा दिवाली से पूर्व माता लक्ष्मी की पूजा करने का अवसर है. इस रात आप माता लक्ष्मी की पूजा ​करें. धार्मिक मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात माता लक्ष्मी पृथ्वी पर विचरण करती हैं.
- रात्रि के समय में अपने घर के मुख्य द्वार को खोलकर रखें. सजावट और प्रकाश करें. इससे माता लक्ष्मी का आगमन आपके घर होगा.
- शरद पूर्णिमा को माता लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं क्योंकि माता को यह प्रिय है. खीर के अलावा दूध से बनी मिठाई का भोग लगा सकते हैं.
- शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा 16 कलाओं से युक्त होता है, इसलिए आप चंद्र देव की पूजा करें. उनको दूध, जल, फूल और अक्षत् मिलाकर अर्पित करें. इससे कुंडली का चंद्र दोष दूर होगा. सुख समृद्धि आएगी.
- शरद पूर्णिमा की रात खीर बनाएं और उसे चांदनी रात में खुले में रख दें. चंद्रमा की औषधीय किरणों से वह खीर अमृत समान होता है, जिसे खाने से व्यक्ति निरोगी होता है.
- शरद पूर्णिमा की रात भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करें क्योंकि इसे रास पूर्णिमा भी कहते हैं. इस रात भगवान श्रीकृष्ण ने रास रचाया था.
- शरद पूर्णिमा की रात सुख समृद्धि के लिए घी के 100 दीपक जलाएं.

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शरद पूर्णिमा 2022 क्या न करें (Sharad Purnima 2022 Donts)
- शरद पूर्णिमा को घर को गंदा न रखें, गंदे घर में माता लक्ष्मी का आगमन नहीं होता है.
- शरद पूर्णिमा को कोजागरी पूर्णिमा भी कहते है क्योंकि माता लक्ष्मी विचरण करते समय देखती हैं कि किसका घर खुला हुआ है और उचित प्रकाश के बीच जागरण कर रहा है. उसके घर वे प्रवेश करती हैं. 
- ऐसे में आप शरद पूर्णिमा की रात घर के मुख्य द्वार को बंद करके न रखें. कुछ समय के लिए खोल दें.
- इस रात घर में अंधकार न रखें. अंधेरा नकारात्मकता का प्रतीक है.
- इस दिन चंद्रमा से जुड़ी वस्तुओं का अनादर न करें, चंद्र दोष लग सकता है.
- कुंडली में चंद्रमा से माता के संबंधों का विचार किया जाता है, इसलिए शरद पूर्णिमा को अपनी माता का अपमान न करें, उनको किसी बात से तकलीफ न दें.