Shani Sadhe Saati Aur Dhaiya, Maha Mantra: ढैय्या और साढ़े साती में भी शनि को शांत बनाए रखने का एकमात्र महा उपाय, इस मंत्र के जाप से वश में हो जाएंगे शानिदेव
शनि की ढैय्या और साढ़े साती का प्रकोप जीवन को तहस नहस कर देता है. ऐसे में इस मंत्र के जाप से आप इस अत्यंत पीड़ादायी समय में भी शनि की कृपा पा सकते हैं और उन्हें वश में कर सकारात्मक फल भी प्राप्त कर सकते हैं.
नई दिल्ली :
Shani Sadhe Saati Aur Dhaiya, Maha Mantra: शनि देव को प्रसन्न करने का अच्छा अवसर बनने जा रहा है. पंचांग के अनुसार 26 मार्च 2022 शनिवार को चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की नवमी की तिथि है. इस दिन जिन लोगों को शनि देव परेशान कर रहे हैं, उनके लिए अच्छा अवसर है. अंक ज्योतिष के अनुसार 26 अंक शनि का अंक है. इस दिन शनि देव को प्रसन्न करना अन्य दिनों की अपेक्षा में सरल होता है. शनि की ढैय्या और साढ़े साती का प्रकोप जीवन को तहस नहस कर देता है. ऐसे में इस एक मंत्र के जाप से आप इस अत्यंत पीड़ादायी समय में भी शनि की कृपा पा सकते हैं और उन्हें वश में कर सकारात्मक फल भी प्राप्त कर सकते हैं.
मकर राशि में शनि का गोचर
वर्तमान समय में शनि का गोचर मकर राशि में बना हुआ है. मकर राशि में शनि की यात्रा अब पूर्ण होने जा रही है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मकर राशि के स्वामी शनि देव है. इस दिन मकर राशि में तीन ग्रहों की युति बनी हुई है. शनिवार के दिन मकर राशि में शनि के साथ मंगल और शुक्र ग्रह विराजमान हैं.
शनि राशि परिवर्तन 2022 (Saturn Transit 2022)
अप्रैल माह में शनि का राशि परिवर्तन होगा. ये राशि परिवर्तन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. पंचांग के अनुसार 29 अप्रैल 2022 को शनि मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. कुंभ राशि भी शनि की अपनी राशि है.
साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या (shani sade sati dhaiya)
शनि की साढ़े साती और ढैय्या इस समय 5 राशियों पर है. मिथुन राशि और तुला राशि पर शनि की ढैय्या. धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़े साती चल रही है. इन राशि वालों को शनि को प्रसन्न रखना अवश्यक माना गया है.
शनि मंदिर में करें पूजा (shani mandir)
शनिवार के दिन नजदीकी शनि मंदिर में शनि देव की पूजा करना शुभ माना गया है. इस दिन शनि देव पर सरसों का तेल चढ़ाना चाहिए. इसके साथ ही शनि देव से जुड़ी चीजों का दान करना चाहिए. ऐसा करने से शनि देव बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं. इसके साथ शनि देव के इस मंत्र का जाप करना चाहिए. मान्यता है कि इस मंत्र का जाप करने से शनि की अशुभता दूर होती हैं.
शनि का मंत्र (shani mantra)
ऊँ ह्रिं नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छाया मार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।
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