Sakat Chauth 2025: हिंदू धर्म में सकट चौथ का विशेष महत्व है. इसे संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है. भगवान गणेश को समर्पित इस दिन माना जाता है कि अगर कोई व्यक्ति व्रत रखे तो उसे संकटों से मुक्ति मिलती है और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है. सकट चौथ का नाम ही संकटों को दूर करने से जुड़ा है. माना जाता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन के सभी संकट दूर हो जाते हैं. माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए यह व्रत रखती हैं. भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है. उनकी पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं. सकट चौथ का व्रत करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. वैसे भारत में इसे कई जगहों पर इसे तिलकुट चौथ भी कहा जाता है. इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से नौकरी में तरक्की और आमदनी में वृद्धि हो सकती है.
श्री यंत्र की स्थापना
पूजा के समय भगवान गणेश के समक्ष श्री यंत्र स्थापित करें और उस पर दो सुपारी रखें. पूजा के पश्चात इन सुपारियों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या धन रखने के स्थान पर रखें. यह उपाय आर्थिक समस्याओं को दूर करने में सहायक माना जाता है.
गणेश मंत्र का जाप
सकट चौथ के दिन भगवान गणेश के मंत्र ॐ गं गणपतये नमः का 108 बार जाप करें. ये जीवन में सौभाग्य लाने और कष्टों से मुक्ति दिलाने में सहायक होता है. अगर आपने एक बार इस मंत्र को सिद्ध कर लिया तो ऐसी धार्मिक मान्यता है कि इसे जपते ही आपके कार्य सिद्ध होने लगेंगे.
तिलकुट का भोग
आज खासतौर पर भगवान गणेश को तिल और गुड़ से बने लड्डू या तिलकुट का भोग अर्पित किया जाता है. मान्यता है कि इससे भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.
गणेश चालीसा का पाठ
आज के दिन सुबह और शाम के समय पूजा के दौरान गणेश चालीसा का पाठ करना फलदायी माना जाता है, पाठ पढ़ने के बाज आप आरती भी जरूर करें. आप जिस भी मनोकामना के ये उपाय कर रहे हैं उसे पूरा करने के लिए देवा आपकी मदद करेंगे.
सुपारी और इलायची का भोग
भगवान गणेश की पूजा में दो सुपारी और दो इलायची जरूर रखें. ये उपाय संतान की तरक्की और कार्यों में आ रही बाधाओं को समाप्त करने में सहायक माना जाता है. आप पूजा के बाद इसे किसी लाल कपड़े में बांधकर अपने बैग या तिजोरी में रखते हैं तो इससे भी आमदनी के रास्ते खुलने लगते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)