Parijat Yoga In Astrology: कुंडली में परिजात योग क्या होता है, जानें इसके लाभ
Parijat Yoga In Astrology: परिजात योग ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण योग है जो धन, समृद्धि, और सफलता का प्रतीक माना जाता है. आइये जानते है इसके प्रभाव के बारे में.
नई दिल्ली :
Parijat Yog In Kundli : परिजात योग ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण योग है जो धन, समृद्धि, और राजयोग का प्रतीक माना जाता है. यह योग तब बनता है जब जन्म कुंडली में कुछ विशेष ग्रहों की स्थिति होती है. परिजात योग बनने के लिए चतुर्थेश और नवमेश एक दूसरे के केंद्र में हों. लग्नेश मजबूत हो. कुंडली में कोई भी पाप ग्रह केंद्र में न हो. अगर चतुर्थेश और नवमेश ग्रह मंगल और गुरु हैं, और वे केंद्र में स्थित हैं, तो परिजात योग बनता है. अगर चतुर्थेश और नवमेश ग्रह बुध और शुक्र हैं, और वे केंद्र में स्थित हैं, तो परिजात योग बनता है. अगर चतुर्थेश और नवमेश ग्रह सूर्य और चंद्रमा हैं, और वे केंद्र में स्थित हैं, तो परिजात योग बनता है.
परिजात योग के प्रभाव:
धन और समृद्धि: यह योग व्यक्ति को धन और समृद्धि प्रदान करता है.
राजयोग: यह योग व्यक्ति को राजयोग या उच्च पद प्राप्त करने में मदद करता है.
मान-सम्मान: यह योग व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा प्रदान करता है.
शिक्षा: यह योग व्यक्ति को शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करने में मदद करता है.
विवाह: यह योग व्यक्ति को सुखी वैवाहिक जीवन प्रदान करता है.
परिजात योग के प्रभाव व्यक्ति की जन्म कुंडली में अन्य ग्रहों की स्थिति और योगों पर भी निर्भर करते हैं. परिजात योग के प्रभावों को अधिकतम पाने के लिए दान और पुण्य कार्य करें. गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें. नियमित रूप से भगवान की पूजा करें और सकारात्मक सोच रखें. परिजात योग एक बहुत ही शुभ योग है जो व्यक्ति को जीवन में सफलता और खुशी प्राप्त करने में मदद करता है.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
यह भी पढ़ें: Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य
यह भी पढ़ें:Chanakya Niti: किन 5 कारणों से अशुद्ध हो जाता है मनुष्य चाणक्य नीति
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Love Rashifal 3 May 2024: इन राशियों के लिए आज का दिन रोमांस से रहेगा भरपूर, जानें अपनी राशि का हाल
-
Ganga Dussehra 2024: इस साल गंगा दशहरा पर बन रहा है दुर्लभ योग, इस शुभ मुहूर्त में स्नान करें
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीय के दिन करें ये उपाय, चुम्बक की तरह खिंचा चला आएगा धन!
-
First Hindu Religious Guru: ये हैं पहले हिंदू धर्म गुरु, भारत ही नहीं विश्व भी करता है इन्हें नमन