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आगरा में मुस्लिम भाई तैयार करते हैं भगवान कृष्ण के साज सज्जा का सामान

भगवान कृष्ण की साज सज्जा व उनके स्वरुपों के लिए वस्त्र व मुकुट व हार आगरा में कई वर्षों से बनाये जा रहे हैं. जिनको मुस्लिम भाई तैयार करते हैं.

Updated on: 25 Aug 2021, 04:22 PM

highlights

  • भगवान कृष्ण की साज सज्जा का सामान आगरा के मुस्लिम भाई तैयार करते है
  • आगरा में मुग़लकालीन जरदोजी का काम मुस्लिम कारीगर करते आये हैं
  • कन्हैया जी का मुकुट हो या पोशाक सब कुछ यहां तैयार किया जाता है

आगरा:

इस बार 31 अगस्त को देश भर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन को होगा. श्रीकृष्णोत्सव-2021 को भव्य और दिव्य बनाने के लिए प्रशासनिक अमले के साथ साथ स्थानीय कारीगर महीने पर पहले से तैयारियों में जुट जाते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि भगवान कृष्ण की साज सज्जा व उनके स्वरुपों के लिए वस्त्र व मुकुट व हार आगरा में कई वर्षों से बनाये जा रहे हैं. जिनको मुस्लिम भाई तैयार करते हैं. आगरा में मुग़लकालीन जरदोजी का काम मुस्लिम कारीगर करते आये हैं. इसी जरदोजी के काम से कन्हैया जी के श्रृंगार को तैयार किया जाता है. कन्हैया जी के सिर पर शोभा बढ़ाने वाला मुकुट हो या पोशाक सब कुछ यहां तैयार किया जाता है.

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आगरा के स्मार्ट सिटी सेंटर द्वारा चलाये जा रहे माइक्रो स्किल डेवलपमेंट सेंटर पर जंहा क्षेत्रीय मुस्लिम युवक रात और दिन ये काम कर रहे हैं. मुस्लिम कारीगरों का कहना है कि लाला के सिर पर पगड़ी और मुकुट को सजाने में कोई कमी न रह जाए, इसलिए यंहा रात दिन काम हो रहा है. खास बात यह है कि मुकुट और पोशाकों को तैयार करने में किसी मशीन का प्रयोग नहीं बल्कि हाथ से ही सजाया जा रहा है. वो कहते हैं उन्हें बड़ी खुशी मिलती है कि वो मुस्लिम होकर हिन्दू त्योहार पर अपना योगदान दे रहे हैं.

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एक कारीगर ने बताया कि मुकुट में पगड़ी, नगीने, कांच, मोती, माला, चूड़ी, वंशी, बुंदे, हार, मोरपंख समेत अन्य सामान से सजाया जा रहा है. इसमें किसी भी तरह की मशीन की मदद नहीं ली जा रही है, रेशम के धागे से छोटी-छोटी सुइयों से जरी का काम किया जा रहा है. मुकुट इतना सुंदर होगा कि जब कान्हा के सिर पर सजेगा और रात में रोशनी पड़ेगी तो नजर नहीं टिकेगी. कुछ कारीगरों के अनुसार वो पिछले कई वर्षों से मुकुट व पोशाक बनाने का काम कर रहे हैं. यंहा छोटे बड़े हर तरह के मुकुट तैयार होते हैं. इनकी कीमत 20 रुपये से लेकर एक हजार रुपये तक होती है. इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कन्हैया के सिर पर सजने वाले 16 इंच के मुकुट बनाने का ऑर्डर भी मिला है. हिन्दू मुस्लिम एकता की मिशाल पेश करते ये मुस्लिम कारीगर कन्हिया जी के साज सज्जा के लिए हर वर्ष तैयार रहते हैं .. बाकई सौहार्द किसे कहते हैं भाईचारा किसे कहते हैं वो इन लोगों से सीखना चाहिए.