Matangi Jayanti 2023: हिंदू पंचांग में हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मातंगी जयंती मनाई जाती है. इस साल दिनांक 23 अप्रैल को मातंगी जयंती मनाई जाएगी. ऐसी मान्यता है कि इस दिन दस महाविद्याओं की एक देवी माता मातंगी की पूजा करने का विधान है. मां मातंगी संगीत की अधिष्ठात्री हैं. इनकी उपासना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामना पूरी हो जाती है. साथ ही माता की कृपा से जीवन में सुख-शांति और वैभव की भी प्राप्ति होती है. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अपने इस लेख में मां मातंगी की पूजा विधि क्या है, इस व्रत का महत्व क्या है, इसके बारे में विस्तार से बताएंगे.
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जानें मातंगी जयंती का महत्व
इस दिन मां के मंदिरों को विशेष रूप से सजाया जाता है. साथ ही भजन-कीर्तन का भी आयोजन किया जाता है. ऐसा कहा जाता है कि मां मातंगी की पूजा करने वालों के सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं और व्यक्ति को सुख-शांति और धन की भी प्राप्ति होती है.
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जानें क्या है मां मातंगी की पूजा विधि
इस दिन सुबह उठने के बाद पहले मां का ध्यान करें. इसके बाद सबसे पहले सूर्य देवता को अर्घ्य दें. फिर पूजा गृह को गंगाजल से शुद्ध करें और एक चौकी पर मां की प्रतिमा स्थापित करें. इसके बाद मां को वस्त्र और श्रृंगार का समान भेंट करें. उसके बाद मां मातंगी की पूजा में फल,फूल, दीप, अक्षत और कुमकुम आदि से करें.
मां मातंगी देवी ध्यान
श्यामांगी शशिशेखरां त्रिनयनां वेदैः करैर्विभ्रतीं,
पाशं खेटमथांकुशं दृढमसिं नाशाय भक्तद्विषाम् ।
रत्नालंकरणप्रभोज्जवलतनुं भास्वत्किरीटां शुभां,
मातंगी मनसा स्मरामि सदयां सर्वाथसिद्धिप्रदाम् ।।
आखिर में मां मातंगी की आरती करें और अपनी मनोकामना लिखकर चौकी पर रख दें. पूरे दिन उपवास रखें. ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति मां मातंगी की पूजा करता है, उसे मनचाहे वर की प्राप्ति होती है.