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Masik Shivratri 2022: आज पौष मासिक शिवरात्रि पर करें इस विधि से पूजा, मनोकामनाएं होंगी पूर्ण

आज दिनांक 21 दिसंबर 2022 दिन बुधवार को पौष मासिक शिवरात्रि है

Updated on: 21 Dec 2022, 08:06 AM

नई दिल्ली :

Masik Shivratri 2022 : आज दिनांक 21 दिसंबर 2022 दिन बुधवार को पौष मासिक शिवरात्रि है. हर माह कृष्ण पक्ष को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की उपासना करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. इस बार मासिक शिवरात्रि के साथ प्रदोष व्रत भी है, इस दिन व्रत रखने से आपको दोनों पूण्य के लाभ मिलेंगे. तो आइए आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त क्या है, पूजा मुहूर्त क्या है, पूजा विधि क्या है.

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पौष मासिक शिवरात्रि का शुभ पूजा मुहूर्त क्या है
पौष मासिक शिवरात्रि कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि यानी की आज दिनांक 21 दिसंबर 2022 दिन बुधवार को रात 10:16 मिनट से लेकर अगले दिन शाम 07:13 मिनट तक रहेगा.
वहीं शिव पूजा का शुभ मुहूर्त रात 11:52 मिनट से लेकर देर रात 12:47 मिनट तक रहेगा. 
इसका अमृत सिद्धि योग सुबह 08:33 मिनट से लेकर अगली सुबह 06:33 मिनट तक रहेगा.
इसका सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 08:33 मिनट से लेकर कल सुबह 06:33 मिनट तक रहेगा. 

मासिक शिवरात्रि पूजा विधि
1. सुबह स्नान के बाद पहले सूर्य देव की पूजा करें, उनको अर्घ्य दें, इससे आपका दिन शुभ जाता है और घर का वातावरण सुखद और सकारात्मक रहता है. 

2.मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का संकल्प करें और व्रत रखें. 

3.भगवान शिव की विधिवत पूजा करें और भगवान शिव की पूजा में गंगाजल, दूध, बेलपत्र, धतूरा, चंदन, धूप, दीप आदि से उनकी पूजा करें.

4.वहीं भगवान शिव की पूजा के साथ मां पार्वती की पूजा करें, उनके पूजा में फूल, अक्षत,दीप, धूप, मिठाई अर्पित करें. 

5.शिव चालिसा का पाठ अवश्य करें.

6. मान्यता है कि निशिता काल में भगवान शिव की पूजा करने से सभी काम सफल होते हैं. 

7. शिव स्तुति का पाठ अवश्य करें.

पशूनां पतिं पापनाशं परेशं गजेन्द्रस्य कृत्तिं वसानं वरेण्यम। 
महेशं सुरेशं सुरारातिनाशं विभुं विश्वनाथं विभूत्यङ्गभूषम्। 
गिरीशं गणेशं गले नीलवर्णं गवेन्द्राधिरूढं गुणातीतरूपम्। 
शिवाकान्त शंभो शशाङ्कार्धमौले महेशान शूलिञ्जटाजूटधारिन्।