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Mangla Gauri Vrat 2023: सर्वार्थ सिद्धि योग में शुरु हुआ मंगला गौरी का सातवां व्रत, किसी भी मनोकामना के लिए आज जरूर करें ये काम

Mangla Gauri Vrat 2023: अपने पति की लंबी उम्र के लिए, परिवार में सुख, शांति और समृद्धि के लिए मां मंगला गौरी का व्रत रखा जाता है. अगर आप व्रत रख रहे हैं तो आज ये काम जरुर करें.

Updated on: 15 Aug 2023, 10:21 AM

नई दिल्ली:

Mangla Gauri Vrat 2023: मंगला गौरी व्रत एक प्रमुख हिन्दू व्रत है जो मां गौरी (पार्वती) की पूजा और आराधना के रूप में किया जाता है. सुहागन महिलाएं अखंड सौभाग्यवति का आशीर्वाद पाने के लिए भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित मंगला गौरी का व्रत रखती हैं. सावन के महीने में ये सातवां मंगला गौरी व्रत है. पति के दीर्घायु और समृद्धि की कामना के साथ इस व्रत को करने से  परिवार को सुख और शांति भी आती है. ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को रखने से संतान की कामना रखने वाली स्त्रियों को माता का आशीर्वाद मिलता है. मां गौरी की पूजा और आराधना करने से व्रती के जीवन में शुभ बदलाव आता है और वे समृद्धि, सुख, और सफलता प्राप्त कर सकते हैं. हिंदू धर्म में व्रत रखने से सहनशीलता, संयम, और समर्पण की भावना बढ़ती है. यह व्रत आध्यात्मिकता और विश्वास के साथ जुड़ा होता है और व्रत रखने वाले व्यक्ति में सकारात्मकता ऊर्जा का संचार करता है. मंगला गौरी के इस व्रत के इतने फायदे जानने के बाद आपको अब बताते हैं कि इस दिन आपको क्या करना चाहिए. 

मंगला गौरी के दिन जरुर करें ये काम 

मंगला गौरी व्रत: जैसा कि पहले बताया गया, मंगला गौरी व्रत का आचरण करने से मां गौरी की कृपा प्राप्त होती है और सुख-शांति मिलती है. जो भी लोग जिस भी मनोकामना से ये व्रत रखते हैं उन्हे उसके शुभ परिणाम जल्द मिलते हैं. 

मंगल कवच और आरती: मंगल कवच का पाठ और मां गौरी की आरती करने से आप उनकी कृपा को प्राप्त कर सकते हैं और सुख-शांति की प्राप्ति हो सकती है. सुबह और शाम दोनों समय आपको मंदिर में भगवान के सामने देसी घी का दीपक जगाकर कवच और आरती करनी चाहिए. 

मंगल बीज मंत्र का जाप: "ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः" यह मंत्र मंगल ग्रह की शांति के लिए जपा जाता है. इस मंत्र के जाप से कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति मजबूत होती है और आपको शुभ परिणाम मिलने लगते हैं. 

हनुमान चालीसा का पाठ: हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करने से मंगल ग्रह की दृष्टि से आपको लाभ हो सकता है. खासतौर पर मंगला गौरी का व्रत रखने वाले लोग ये पाठ जरुर करें. 

रुद्राभिषेक: महादेव की पूजा और रुद्राभिषेक करने से मंगल ग्रह के दोषों का निवारण हो सकता है. माता पार्वती भी अपने पति भगवान शिव की आराधना करती हैं और उनके प्रिय रुद्राक्ष की विशेष पूजा करने से लाभ मिलता है. 

आज 15 अगस्त है और स्वतंत्रता दिवस की 77वीं वर्षगांठ के खास मौके पर मंगला गौरी का ये व्रत आया है. तो आप व्रत रख रहे हैं को सर्वार्थ सिद्धि योग के समय पूजा कर आप लाभ पा सकते हैं. ये सारी जानकारी वैदिक ज्योतिष पर आधारित है. आप किसी विद्वान की सलाह से मंगला गौरी व्रत रखने की सही विधि और उपाय भी जान सकते हैं.