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Vastu Tips For Tulsi Plant: घर के हिसाब से इस दिन लगाएं ये तुलसी के पौधे, माने जाते हैं शुभ

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जिस घर में तुलसी (tulsi plant) का निवास होता है. वहां सुख-समृद्धि और खुशहाली भी वास (vastu tips for tulsi) करती है. माना जाता है कि तुलसी माता को इंसान का उद्धार (Tulsi Se Upay) करने के लिए ही धरती पर ही भेजा गया है.

Updated on: 21 Jun 2022, 03:27 PM

नई दिल्ली:

सनातन धर्म (Vastu Tips) में तुलसी के पौधे को लेकर बहुत-सी बातें बताई गई हैं. तुलसी के पौधे (Tulsi Tree) का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है. तुलसी के पौधे को तुलसी माता (Tulsi Upay) कहकर भी संबोधित किया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जिस घर में तुलसी का निवास होता है. वहां सुख-समृद्धि और खुशहाली भी वास करती है. हिन्दू धर्म के अनुसार, तुलसी के पौधे को रोजाना जल अर्पण करने से दैवीय कृपा बनी रहती है. इसके साथ ही वैकुण्ठ की प्राप्ति होती है. माना जाता है कि तुलसी माता को इंसान का उद्धार (Tulsi Se Upay) करने के लिए ही धरती पर ही भेजा गया है. 

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गुरुवार को लगाए तुलसी का पौधा

मान्यताओं के अनुसार, तुलसी के पौधे को घर में कार्तिक मास में लगाना चाहिए. इसके साथ ही गुरुवार के दिन तुलसी के पौधे को लगाने की भी मान्यता है. कहते हैं कि गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है और इस दिन विष्णु भगवान की पूजा आराधना की जाती है. मान्यताओं के मुताबिक, तुलसी माता को भगवान विष्णु की प्रिय माना गया है. इसलिए ये दिन तुलसी का पौधा लगाने के लिए शुभ (Tulsi Ke Totke) माना जाता है. 

भगवान कृष्ण का स्वरूप माना जाता है तुलसी का पौधा

तुलसी का पौधा बुध का प्रतिनिधित्व करता है. जो कि भगवान कृष्ण का स्वरूप माना गया है. ऐसे में तुलसी के पौधे को लगाने और उसकी पूजा करने के भी कई नियम होते हैं. जो लोग मांस खाते हैं. उन्हें अपने घर में तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए. हिन्दू धर्म में इस तुलसी को परम वैष्णव माना गया है. वहीं भगवान विष्णु की पूजन पद्धति में तामसिक तरीकों का इस्तेमाल (Mata Lakshmi) नहीं किया जाता है. 

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भगवान विष्णु को प्रिय है तुलसी का पौधा

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तुलसी भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है. तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता है. जिनके घरों में तुलसी का पौधा होता है. उनके उपर भगवान विष्णु की कृपा दृष्टि भी बनी रहती है. तुलसी से घरों में सुख और समृद्धि आती है. तुलसी को सुबह जल चढ़ाते हैं और शाम को दीपक जलाते हैं. कई लोग तुलसी की पूजा और तुलसी विवाह भी (Bhagwan Vishnu) संपन्न कराते हैं. 

तुलसी के प्रकार -

तुलसी के रंग के आधार पर ये दो तरह की होती है. एक होती है सफेद - राम तुलसी और काले पत्तों वाली तुलसी को श्यामा तुलसी कहा जाता है. वास्तु के अनुसार, रामा और श्यामा दोनों की तुलसी का अपना-अपना महत्व है. आप इन दोनों में से किसी एक को ही घर में रखें.  

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रामा तुलसी -
हरी पत्तियों वाली तुलसी को रामा तुलसी कहते हैं. इसे श्री तुलसी, भाग्यशाली तुलसी या उज्ज्वल तुलसी भी कहा जाता है. इस तुलसी की खासियत यही है कि इसकी पत्तियां खाने में दूसरी तुलसी की तुलना में मीठा होगी. इस तुलसी का इस्तेमाल पूजा-पाठ में किया जाता है. इसके साथ ही इसे घर में लगाने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. 

श्यामा तुलसी - 
गहरे हरे या बैंगनी रंग के पत्तियों और बैंगनी तने वाली तुलसी को श्यामा तुलसी कहा जाता है. इसे गहरी तुलसी या कृष्ण-तुलसी के नाम से भी जाना जाता है. ये तुलसी भगवान कृष्ण से समर्पित है. इसका बैंगनी रंग भगवान कृष्ण के गहरे रंग के समान है. तुलसी आयुर्वेद में भी अच्छी मानी जाती है.