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Shravan Purnima Shubh Yog and Importance: श्रावण पूर्णिमा पर बन रहा है अद्भुत संयोग, जानें इस दिन का धार्मिक महत्व

इस साल श्रावण पूर्णिमा 11 अगस्त, गुरुवार (shravan purnima 2022 date) को है. इस दिन देशभर में रक्षाबंधन (raksha bandhan 2022) का त्योहार भी धूम-धाम से मनाया जाएगा. इस दिन ब्राह्मण श्रावणी पर्व भी मनाते हैं.

Updated on: 10 Aug 2022, 09:56 AM

नई दिल्ली:

श्रावण के महीने (shravan purnima 2022) का हर दिन अपने आप में खास होता है. इसे सावन भी कहते हैं. इसलिए, इसे सावन पूर्णिमा भी कहा जाता है. इस साल श्रावण पूर्णिमा 11 अगस्त, गुरुवार (shravan purnima 2022 date) को है. इस दिन देशभर में रक्षाबंधन (raksha bandhan 2022) का त्योहार भी धूम-धाम से मनाया जाएगा. शास्त्रों के अनुसार, सावन (sawan purnima 2022) में पड़ने वाली पूर्णिमा साल की अन्य पूर्णिमा तिथियों में सबसे अधिक फलदाई मानी गई है. माना जाता है कि सावन पूर्णिमा पर शुभ मुहूर्त में पवित्र नदी में स्‍नान, और नई जनेऊ धारण करने का विधान है.   

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इस दिन ब्राह्मण श्रावणी पर्व भी मनाते हैं. इस दिन तर्पण करने से पितर प्रसन्न (purnima puja vidhi) हो जाते हैं. श्रावण पूर्णिमा पर पवित्र नदी में स्नान करने से जाने-अनजाने में हुए पापों खत्म हो जाते हैं. तो, चलिए आपको बताते हैं कि इस दिन कौन-से शुभ योग बन रहे हैं.    

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श्रावण पूर्णिमा 2022 शुभ योग - 

सावन की पूर्णिमा पर रवि, आयुष्मान और सौभाग्य योग का अद्भुत संयोग बन रहा है. जो इस दिन के धार्मिक महत्व (shravan purnima 2022 shubh yog) में वृद्धि कर रहे हैं.        

रवि योग -  05.56 AM - 06.53 AM (11 अगस्त 2022)  

सौभाग्य योग - 11 अगस्त, 03.32 PM - 12 अगस्त 11.34 AM

आयुष्मान योग -  10 अगस्त, 07.36 PM - 11 अगस्त 03.32 PM 

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श्रावण पूर्णिमा 2022 महत्व -  

श्रावण पूर्णिमा के दिन सुबह-सुबह श्रावणी पर्व मनाया जाता है. इस दिन ब्राह्मण अपने पुराने यज्ञोपवीत यानि कि जनेऊ को बदलते हैं. वे श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर नए जनेऊ धारण करते हैं. ये काम सुबह में किया जाता है. ऐसे में सुबह आयुष्मान योग में श्रावणी पर्व (shravan purnima 2022 importance) मनाया जाएगा.