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Shravan Amavasya 2022 Special Work: श्रावण अमावस्या के दिन करेंगे ये विशेष काम, धन से जुड़ी समस्याएं होंगी समाप्त

आश्विन मास में आने वाली सर्वपितृ अमावस्या की तरह ही श्रावणी अमावस्या (shravan amavasya 2022) भी पितरों को मोक्ष देने वाली और बुरे ग्रहों की पीड़ा से मुक्ति दिलाने वाली कही गई है. श्रावण माह की अमावस्या (hariyali amavasya 2022) इस बार 28 जुलाई को है.

Updated on: 27 Jul 2022, 02:33 PM

नई दिल्ली:

श्रावण माह की अमावस्या (shravan amavasya 2022) इस बार 28 जुलाई यानी गुरुवार को है. ये हरियाली अमावस्या (hariyali amavasya 2022) या श्रावणी अमावस्या के नाम से विख्यात है. आश्विन मास में आने वाली सर्वपितृ अमावस्या की तरह ही श्रावणी अमावस्या भी पितरों को मोक्ष देने वाली और बुरे ग्रहों की पीड़ा से मुक्ति दिलाने वाली कही गई है. इस दिन गुरुवार होने की वजह से गुरु-पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है. हरियाली अमावस्या (hariyali amavasya 2022 vrat) के दिन पवित्र नदियों में स्नान करके दान-पुण्य करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है. तो, चलिए जानते हैं कि इस दिन कौन-से विशेष कार्य (shravan hariyali amavasya 2022 special work) किए जा सकते हैं.      

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श्रावण अमावस्या 2022 विशेष कार्य का दिन -   

हरियाली अमावस्या के दिन पवित्र नदी में जल से स्नान करके, उसके किनारे बैठकर पितरों के निमित्त तर्पण, पिंडदान, श्राद्धकर्म करवाने से पितरों को शांति मिलती है. ये कर्म करने के बाद पितरों के नाम से गरीबों को भोजन करवाएं, गाय को चारा खिलाएं, गरीबों को वस्त्र (shravan hariyali amavasya 2022 vishesh karya) आदि भेंट करें.    

हरियाली अमावस्या के दिन रुद्राभिषेक करने से जीवन के संकटों का समाधान होता है.         

जिन लोगों को शनि की साढ़े साती, ढैया चल रही है. वे शनिदेव का पूजन करें.            

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हरियाली अमावस्या की रात्रि में किसी नदी, तालाब में दीपदान करना चाहिए. इससे पितृदोष से मुक्ति मिलती है.        

श्रावणी अमावस्या के दिन दोपहर 12 बजे के पूर्व पीपल के पेड़ की 21 परिक्रमा करते हुए जल अर्पित करें. पेड़ का पूजन करके मौली के 21 फेरे लपेटें. सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ के नीचे आटे से पांच दीपक बनाकर प्रज्ज्वलित करें. इससे धन से जुड़ी समस्याएं समाप्त होती है.    

श्रावणी अमावस्या की रात्रि में किसी निर्जन स्थान के शिव मंदिर में अखंड दीपक प्रज्ज्वलित करें. इससे समस्त मनोकामना पूरी होती है. अक्षय संपत्ति के भंडार भरने लगते हैं.    

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श्रावणी अमावस्या के दिन शनिदेव का तिल के तेल से अभिषेक करने से शनिजन्य पीड़ा से मुक्ति मिलती है.        

अमावस्या के दिन दृष्टिहीन, अपंग, मंदबुद्धि, अंग-भंग हुए लोगों को वस्त्र भोजन भेंट करें. इससे जीवन में आने वाले संकटों से रक्षा होती है.     

इस अमावस्या के दिन पुष्य नक्षत्र भी है. इसलिए रात्रि में अपने घर की तिजोरी में धन की पूजा करें और तिजोरी को बंद करके उसके ऊपर रात भर जलने वाली दीपक रखें. इससे धन के भंडार (shravan hariyali amavasya 2022 special work) भरने लगते हैं.