logo-image

Sawan 2022 Vrat Importance: सावन के सोमवार व्रत रखने का जानें महत्व, सुयोग्य वर होगा प्राप्त

सावन (sawan 2022) में भगवान शिव की उपासना से विशेष लाभ प्राप्त होता है. माना जाता है कि भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सावन का सोमवार (first sawan somwar 2022) खास होता है. जो भक्त इस महीने में सोमवार का व्रत करता है.

Updated on: 13 Jul 2022, 02:42 PM

नई दिल्ली:

इस साल सावन का महीना 14 जुलाई (sawan 2022) से शुरू हो रहा है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार साल का पांचवा महीना भगवान शिव (lord shiva) को समर्पित है. भोले बाबा के भक्तों को सावन के महीने का खासतौर पर इंतजार रहता है. सावन में भगवान शिव की उपासना से विशेष लाभ प्राप्त होता है. इन दिनों शिव मंदिरों (sawan 2022 date) में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है. माना जाता है कि भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सावन का सोमवार (first sawan somwar 2022) खास होता है. जो भक्त इस महीने में सोमवार का व्रत करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं भोलेनाथ पूरी करते हैं.  

यह भी पढ़े : Kokila Vrat 2022: 1 माह का कठिन तप होता है 'कोकिला व्रत', सुहागिनों से लेकर कुंवारी कन्याओं तक के जीवन को देता है तार

इस पूरे माह भक्त शिव जी की भक्ति में लीन रहते हैं. मंदिरों में जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, पूजा-पाठ हर शिवालय भोलेभंडारी के जयकारों के गूंज उठता है. सावन में शिव जी उपासना के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है. तो, चलिए इस दिन के व्रत के महत्व के बारे में जान लें.   

यह भी पढ़े : Sawan 2022 What To Eat and Not To Eat: सावन के महीने में न करें इन चीजों का सेवन, इन्हें खाना होगा उत्तम

सावन के सोमवार व्रत का महत्व 

सावन के सोमवार का व्रत महिलाओं और कन्याओं के लिए खास माना जाता है. कहते हैं अगर कुंवारी कन्याएं सावन सोमवार का व्रत रखें तो उन्हें मनचाहे वर की प्राप्ति होती है. वहीं, सुहागिनें अपने पति की लंबी उम्र के लिए यह (sawan 2022 vrat  importance) व्रत रखती हैं. 

यह भी पढ़े : Guru Purnima 2022 Guru is never a Shikshak: व्यक्ति के जीवन में अहम भूमिका रखते हुए भी क्यों गुरु को नहीं माना जाता है शिक्षक, जानें क्या है दोनों में अंतर

महिलाएं और कुंवरी कन्याएं रखती हैं सावन सोमवार व्रत -

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सावन सोमवार का व्रत महिलाओं को कुंवारी कन्याओं के लिए खास होता है. धार्मिक मान्यतानुसार, कुंवारी कन्याएं सावन के सोमवार का व्रत सुयोग्य वर की प्राप्ति के लिए करती हैं. जबकि सुहागिन महिलाएं पति के उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए यह व्रत रखती हैं. सावन सोमवार व्रत में कुछ खास नियमों का पालन (when to start solah somvar vrat in 2022) किया जाता है.