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Hariyali Teej 2022 Shubh Muhurat and Significance: हरियाली तीज के व्रत का जानें धार्मिक महत्व, मनोवांछित वर होगा प्राप्त

इस बार हरियाली तीज (hariyali teej 2022) का पर्व 31 जुलाई 2022 को मनाया जाएगा. इसे श्रावणी तीज भी कहते हैं. सावन माह (sawan 2022) में पड़ने वाली हरियाली तीज का त्योहार खास माना जाता है.

Updated on: 28 Jul 2022, 12:00 PM

नई दिल्ली:

सावन (sawan 2022) का महीना चल रहा है. इस महीने में कई त्योहार आते हैं. इन्हीं में से एक हरियाली तीज (hariyali teej 2022) भी है. इस बार हरियाली तीज का पर्व 31 जुलाई 2022 को मनाया जाएगा. इसे श्रावणी तीज भी कहते हैं. सावन माह में पड़ने वाली हरियाली तीज का त्योहार खास माना जाता है. इस दिन विवाहित महिलाएं (hartalika teej 2022) अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए व्रत रखती हैं. इसके साथ ही कुवांरी कन्या भी अच्छे वर पाने की इच्छा से इस व्रत को करती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल हरियाली तीज पर रवि (hariyali teej 2022 sawan month) योग का निर्माण हो रहा है. ऐसे में इस योग में पूजा विशेष फलदाई मानी जाएगी. तो, चलिए इस दिन के व्रत के शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में आपको बताते हैं.      

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हरियाली तीज 2022 शुभ मुहूर्त -

आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 31 जुलाई को सुबह 6 बजकर 32 मिनट से शुरू होगी. जो महिलाएं पूजा करना चाहती है वह 6 बजकर 32 मिनट से 8 बजकर 30 मिनट तक पूजा कर सकती है. इसके अलावा प्रदोष काल में पूजा का मुहूर्त शाम के समय 6 बजकर 33 मिनट से रात 8 बजकर 50 मिनट तक रहेगा. हरियाली तीज के दिन महिलाएं साज श्रृंगार करके हाथों में मेहंदी लगाकर झूलों पर सावन का आनंद लेती है. जिस विवाहित महिला का पहला तीज व्रत होता है वह ससुराल में नही रखा जाता बल्कि मायके (hariyali teej 2022 shubh muhurat) में रखा जाता है.    

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हरियाली तीज 2022 महत्व -  

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो महिलाएं हरियाली तीज का व्रत रखकर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करती हैं. उन्हें अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद प्राप्त होता है. वहीं जो कुवारी कन्या इस व्रत को रखकर शंकर जी और मां पार्वती की पूजा करती हैं उन्हें मनोवांछित वर की प्राप्ति होती है. ये व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत खास (hariyali teej 2022 importance) होती है.