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Chaitra Navratri 2022 Maa Durga Favorite Flowers: चैत्र नवरात्रि के नौ दिनों तक मां को करें ये अलग-अलग फूल अर्पित, जीवन में छा जाएगी सुख-समृद्धि और शांति

चैत्र नवरात्रि (chaitra navratri 2022) के नौ दिनों तक भक्त माता रानी को प्रसन्न करने के लिए भोग व पुष्प अर्पित किए जाते हैं. तो, चलिए आपको बताते हैं कि आपको नौ दिन तक अलग-अलग देवियों को कौन-से फूल (chaitra navratri 2022 flowers) अर्पित करने हैं.

Updated on: 02 Apr 2022, 09:39 AM

नई दिल्ली:

आज 2 अप्रैल 2022 से चैत्र नवरात्रि (chaitra navratri 2022) की शुरुआत हो चुकी है. आज से आने वाले 9 दिनों तक मां के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. इन दिनों भक्त मां दुर्गा (maa durga blessings) की सच्चे मन से आराधना करते हैं. मां की सेवा करने से भक्तों पर उनकी कृपा बनी रहती है. माना जाता है कि मां जगदंबे (navratri flowers 2022) की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि, खुशहाली व शांति का आगमन होता है. नवरात्रि के नौ दिनों तक भक्त माता रानी को प्रसन्न करने के लिए भोग व पुष्प अर्पित करते हैं. ऐसा माना जाता है कि मां दुर्गा (maa durga flower) को उनके प्रिय पुष्प को अर्पित करने से वह प्रसन्न होती हैं. तो, चलिए आपको बताते हैं कि आपको नौ दिन तक अलग-अलग देवियों को कौन-से फूल अर्पित करने है. 

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पहले दिन 
चैत्र नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री को समर्पित होता है. शास्त्रों के अनुसार, नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के स्वरूप माता शैलपुत्री (maa shailputri) को सफेद कनेर और गुड़हल का लाल फूल अर्पित करना चाहिए.

दूसरे दिन 
चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन वटवृक्ष के फूल मां के चरणों में अर्पित करें. इस दिन मां ब्रह्मचारिणी (maa brahmacharini) स्वरूप की पूजा की जाती है. इसके साथ ही मां को वटवृक्ष या गुलदाउदी के पुष्प चढ़ाए जाते हैं.

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तीसरे दिन 
चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन मां के चंद्रघंटा स्वरूप की पूजा की जाती है. इस दिन मां को शंखपुष्पी फूल अर्पित करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. 

चौथे दिन 
चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन मां दुर्गा के कुष्मांडा स्वरूप की पूजा की जाती है. माना जाता है कि मां दुर्गा को पीले रंग के फूल अर्पित करने चाहिए. 

पांचवे दिन 
चैत्र नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कन्दमाता स्वरूप की पूजा की जाती है. इस दिन भी मां को पीले रंग के पुष्प अर्पित किए जाते हैं. 

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छठवां दिन
चैत्र नवरात्रि का छठवां दिन मां कात्यायनी को समर्पित होता है. माना जाता है कि इस दिन माता रानी को बेर के वृक्ष से फूल तोड़कर अर्पित करने चाहिए. 

सांतवा दिन 
चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा होती है. मां कालरात्रि को नीले रंग का कृष्ण कमल बेहद प्रिय होते हैं. इसलिए, सातवें दिन इस फूल को अर्पित करें. 

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आठवां दिन
चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप की पूजा की जाती है. इस स्वरूप को मोगरे का एक फूल बेहद प्रिय होता है. इसलिए, इस दिन महागौरी को मोगरे के फूल अर्पित करने चाहिए. 

नौवां दिन
चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन मां दुर्गा के सिद्धदात्री की पूजा की जाती है. माना जाता है कि इस दिन मां सिद्धदात्री को गुड़हल का फूल अर्पित (durga puja flower name) करना चाहिए.