Durga Puja Rule: दुर्गा माता की पूजा करते समय ध्यान रखें ये बातें, हर मनोकामना होगी पूरी
Durga Puja Rule: दुर्गा माता की पूजा करते वक्त ना करें ये गलतियां, बढ़ सकती है मुश्किल, जानें किन बातों का रखें ध्यान
New Delhi:
Durga Puja Rule: हिंदू या सनातन धर्म में बचपन से ही देवी-देवाओं के प्रति आदर और प्रार्थना भाव के बारे में सिखाया जाता है. बचपन से ही संस्कार में भी बच्चों को यह सीख दी जाती है. वैसे तो हर किसी की अलग-अलग देवी या देवता में आस्था होती है लेकिन जो लोग माता दुर्गा को पूजते हैं उनके लिए इस लेख में हम बताएंगे कि उन्हें किन बातों का रखना चाहिए ध्यान. दुर्गा माता, हिन्दू धर्म की प्रमुख देवी मां हैं. वे शक्ति के प्रतीक हैं और नारायण की आठवीं रूपा एक मान्यताओं के अनुसार हैं. दुर्गा माता को नवरात्रि के पवित्र त्योहार के दौरान पूजा जाता है, जिसे नौ दिनों तक मनाया जाता है.
दुर्गा माता के प्रमुख पूजा स्थल में वाहनुका तलाब, कोलकाता, वैष्णो देवी, जयपुर, मध्य प्रदेश, गुजरात, और महाराष्ट्र आदि शहरों के मंदिर हैं. दुर्गा माता की अध्यात्मिक विशेषता को समझा जाता है कि वह संसार के सभी प्रकार की रक्षा करने में सक्षम हैं। वे धर्म, अध्यात्म और शक्ति के प्रतीक हैं, जो मानवता को रक्षा करते हैं. उन्हें वाहनुका तलाब के रूप में प्रसिद्धता है, जहां उनका विशेष मंदिर स्थित है. यहां वे नौ दिनों तक विशेष पूजा की जाती है, जो दुर्गा पूजा के महत्वपूर्ण हिस्से को दर्शाती है.
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दुर्गा माता की पूजा करते समय इन नियमों का करें पालन:
शुद्धि और स्नान: पूजा करने से पहले शुद्धि करें और स्नान करें.
स्थान का चयन: पूजा के लिए शांत और पवित्र स्थान का चयन करें.
वस्त्र और आसन: पूजा के लिए सफेद वस्त्र धारण करें और शुभ आसन पर बैठें.
पूजा सामग्री: दुर्गा माता की मूर्ति, कलश, दीप, अगरबत्ती, फूल, पुष्प, नारियल, पूजनीय ग्रहों की मूर्तियाँ, सिंदूर, चंदन, रोली, आदि की पूजा सामग्री तैयार करें.
मंत्र जाप: पूजा के दौरान मंत्रों का जाप करें और माँ दुर्गा को अर्पण करें.
आरती: पूजा के अंत में माँ दुर्गा की आरती करें.
प्रसाद: पूजा के बाद प्रसाद बाँटें और स्वयं भी ले.
ध्यान: पूजा के दौरान और उसके बाद माँ दुर्गा का ध्यान रखें और उनका स्मरण करें.
संगीत और कीर्तन: मंत्रों के साथ संगीत और कीर्तन का आनंद लें.
अनुष्ठान की समाप्ति: पूजा के अनुष्ठान को समाप्त करते समय माँ दुर्गा का आशीर्वाद लें और उनका कृपालु होने की प्रार्थना करें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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