logo-image

जन्माष्टमी की धूम, इस्कॉन मंदिरों में कृष्ण जन्माष्टमी की ऐसी है तैयारी

दुनिया भर के इस्कॉन मंदिर (Iskcon Temple)  में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Shri Krishna Janmashtami) बड़े ही हर्ष और उत्साह के साथ मनाई जा रही है. गौरतलब है कि कृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है.

Updated on: 30 Aug 2021, 08:22 PM

highlights

  • 13 देशों के पुष्पों से किया गया है मंदिर का श्रृंगार
  • 108 द्रव्य से होगा दिव्य स्नान
  • सवा लाख पकवानों का लगेगा भोग

 

नई दिल्ली:

दुनिया भर के इस्कॉन मंदिर (Iskcon Temple)  में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Shri Krishna Janmashtami) बड़े ही हर्ष और उत्साह के साथ मनाई जा रही है. गौरतलब है कि कृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है. इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी के पर्व की धूम साफ तौर पर देखने को मिल रही है. आज रात 12 बजे के बाद कान्हा जन्म लेंगे. फिर ठाकुरजी का अभिषेक किया जाएगा. मंदिर के अंदर कन्हैया का जन्मदिन हर वर्ष की भांति इस बार भी पूरी धूम धाम से मनाया जा रहा है. बता दें कि जन्माष्टमी को देश से लेकर विदेश तक सभी जगह मनाया जाता है.  दुनिया भर के इस्कॉन मंदिर में कान्हा के सामने भक्त उनके भजनों पर नाचते और झूमते हुए नजर आ रहे हैं. आइए जानते हैं कि इस्कॉन मंदिरों में कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कैसी है तैयारी. 

13 देशों के पुष्पों से किया गया है मंदिर का श्रृंगार

थाईलैंड ,इंडोनेशिया, मलेशिया ,सिंगापुर समेत कुल 13 देशों के फूलों से मंदिर परिसर का श्रृंगार किया गया है. इसकी तैयारी बीते 1 सप्ताह से चल रही थी, जिससे मंदिर परिसर दिव्य और भव्य लगे. 

यह भी पढ़ें: क्या है जन्माष्टमी की सही पूजा विधि, जानिए पूजा मंत्र और सही विधि

सवा लाख पकवानों का लगेगा भोग

दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में भक्त अपने घर से भगवान के लिए खाना बना कर ला रही है. प्राप्त जानकारी के लिए सवा लाख अलग-अलग तरह के व्यंजनों का भोग भगवान कृष्ण को रात 12:00 बजे लगाया जाएगा.

108 द्रव्य से होगा दिव्य स्नान

द्वारिका स्थित इस्कॉन मंदिर में रात 12:00 बजे के बाद भगवान श्री कृष्ण का स्नान नदी, सागर, के अलग-अलग जल के साथ जूस ,शहद ,दूध समेत कुल 108 द्रव्य से किया जाएगा. 

यह भी पढ़ें: जन्‍माष्‍टमी: मथुरा से गोकुल तक सज गए सारे देवालय, जन्‍मोत्‍सव की ऐसी है तैयारी

भीड़ को देखते हुए लाइव टेलीकास्ट का प्रबंध

कोरोना महामारी को देखते हुए मंदिर परिसर के बाहर बड़ी-बड़ी स्क्रीन पर लाइव दर्शन करवाए जाने की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा इस्कॉन ने अपने यूट्यूब चैनल पर भी भक्तों लिए पूजा का सीधा प्रसारण किया जाएगा.