Hanuman Janmotsav 2022: चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि यानी कि आज 16 अप्रैल के दिन राम भक्त हनुमानजी का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. मान्यताओं के अनुसार, विधिवत पूजा अर्चना से ही नहीं बल्कि हनुमान जी का सिर्फ नाम लेने भर से भी बड़ी से बड़ी परेशानियां और बाधाएं खत्म हो जाती हैं. ऐसे में अगर हनुमान जन्मोत्सव के साथ साथ 12 मंगलवार तक हनुमान जी के इन 12 नामों (12 Names Of Hanuman Ji) की स्तुति की जाए तो व्यक्ति को 12 तरह के दिव्य फल प्राप्त होते हैं और उसके जीवन से कष्टों का अंत हो जाता है.
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हनुमान द्वादशनाम स्तोत्र में भगवान हनुमान के खासतौर पर 12 नामों का जाप किया जाता है. जिनके जाप से भक्तों के कई तरह की परेशानियों का अंत हो जाता है और साधक का जीवन सुख और वैभव से बीतता है.
हनुमान जी के 12 नाम
पहला नाम - हनुमान
दूसरा नाम - अंजनिसुत
तीसरा नाम - वायु पुत्र
चौथा नाम- महाबली
पांचवां नाम- रामेष्ट
छठा नाम- फाल्गुन सखा
सातवां नाम- पिग्डाक्ष
आठवां नाम- अमित विक्रम
नौवां नाम- उदधिक्रमण
दसवां नाम- सीताशोक विनाशन
ग्यारहवां नाम- लक्ष्मण प्राणदाता
बाहरनां नाम- दशग्रीवदर्पहा
संपूर्ण हनुमान द्वादशनाम स्तोत्र
ॐ हनुमान् अंजनी सूनुर्वायुर्पुत्रो महाबलः, श्रीरामेष्टः फाल्गुनसंखः पिंगाक्षोऽमित विक्रमः।
उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशनः, लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा।।
एवं द्वादश नामानि कपीन्द्रस्य महात्मन:। स्वाल्पकाले प्रबोधे च यात्राकाले य: पठेत्।।
तस्य सर्वभयं नास्ति रणे च विजयी भवेत्। राजद्वारे गह्वरे च भयं नास्ति कदाचन।।
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बता दें कि कुछ जगहों पर हनुमान जन्मोत्सव का त्योहार कार्तिक माह के कृष्णपक्ष में मनाया जाता है. भगवान हनुमान जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं और ये कलयुग में आज भी पृथ्वी पर भ्रमण करते हैं. आठ चिरंजीवियों में भगवान हनुमान एक हैं. हनुमान जी हमेशा अपने भक्तों के द्वारा सच्चे मन से की गई पूजा से जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और हर तरह की मनोकामना को जरूर पूरा करते हैं. जो भक्त नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करता है उसके जीवन में आने वाली सभी बाधाएं क्षण भर में दूर हो जाती हैं.