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Geeta Jayanti 2022 : अगर आपके पास भी है श्रीमद्भागवत गीता, तो रखें इन बातों का ध्यान

सनातन धर्म में श्रीमद्भागवत गीता का विशेष महत्त्व है

Updated on: 02 Dec 2022, 07:29 AM

नई दिल्ली :

Geeta Jayanti 2022 : सनातन धर्म में श्रीमद्भागवत गीता का विशेष महत्त्व है, श्रीमद्भागवत गीता के मात्र घर में होने से ही घर की पवित्रता बनीं रहती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. वहीं मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को यानी कि दिनांक 3 दिसंबर 2022 दिन शनिवार को इस साल गीता जयंति मनाई जाएगी. इस दिन गीता के श्लोक पढ़ने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. तो ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि क्या आप अपने घर में श्रीमद्भागवत गीता रखते हैं, तो किन बातों का विशेष तौर से ध्यान रखना चाहिए.

घर में श्रीमद्भागवत गीता रखते हैं, तो रखें ये ध्यान- 

1-श्रीमद्भावत एक पवित्र ग्रंथ है, इसकी साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए.अगर आप घर में गीता रखते हैं, तो ध्यान रहे, कि मांस-मंदिरा का सेवन भूलकर भी न करें और इसे घर पर भी ना लेकर आए. जिस कमरे में भागवत गीता रखते हैं, वहीं जूता-चप्पल नहीं लेकर जाना चाहिए. ध्यान रहे, कि ऐसा कोई काम भूलकर भी ना करें, कि घर में पवित्रता का संचार खत्म हो जाए.

2-गीता को भूलकर भी जमीन पर ना रखें, इसे हमेशा काठ की लकड़ी के स्टैंड पर रखें, अगर किसी वजह से आपको काठ की लकड़ी नहीं मिल रही है, तो आप भागवत गीता को लाल कपड़े में लपेटकर रख सकते हैं. 

3-श्रीमद्भागवत गीता को भूलकर भी जूठे हाथों से न लगाएं, इसके अलावा बिना स्नान किए भागवत गीता को नहीं पढ़नी चाहिए. इस बात का खास ध्यान रखें.

4-अगर आप श्रीमद्भागवत गीता पढ़ रहे हैं, तो कोई भी अध्याय बीच में पढ़ते वक्त ना उठें. किसी भी अध्याय को पढ़ रहे हैं, तो पूरे पढ़कर ही उठना चाहिए.

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5-श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करते समय मन की शांति बेहद जरूरी है, इसे पढ़ते वक्त मन में बूरे विचार ना आने दें. अगर आप गीता का पाठ रोजाना नहीं कर सकते हैं, तो आप इसे एकादशी तिथि के दिन भी पढ़ सकते हैं.