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Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी पर करेंगे अगर इन मंत्रों का जाप तो चमक जाएगा भाग्य, गणपति बप्पा भी होंगे प्रसन्न

Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे देश में बप्पा के भक्तों द्वारा बड़ी श्रद्धा के साथ मनाई जाती है। अगर आप गणपति बप्पा को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको इन 10 मंत्रों का जाप करना चाहिए।

Updated on: 14 Sep 2023, 04:13 PM

नई दिल्ली:

Ganesh Chaturthi 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद महीने की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाया जाता है। इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व 19 सितंबर 2023 से शुरू होने वाला है जिसका समापन  28 सितंबर को होगा।  हिंदू धर्म में इस दिन को भगवान गणेश के पुनर्जन्म के जश्न के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान चारों तरफ लोग गणपति बप्पा की भक्ति में डूबे नजर आएंगे। 10 दिनों तक चलने वाले इस पर्व के दौरान घरों और मंदिरों में पूजा आरती का आयोजन किया जाता है। कहा जाता है कि गणेश जी का विधि-विधान के साथ पूजा-पाठ, व्रत और मंत्रों का जाप करने से श्री गणेश शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर जमकर आशीर्वाद बरसाते हैं। मान्यता है कि  भगवान गणेश की पूजा में मंत्रों का जाप करने से सारे बिगड़े काम बनने लगते हैं और सभी परेशानियों से भी मुक्ति मिलती है। इसलिए मनचाहा वरदान, सुख-समृद्धि, धन, नौकरी आदि के लिए आपको गणेश चतुर्थी पर कुछ मंत्रों का जाप जरूर करना चाहिए। 

भगवान गणेश के इन मंत्रों का जाप करने से मिलेगा शुभ फल - 

1. 'ॐ गं गणपतये नमः '

2. 'गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:। 
नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक :।। 
धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:। 
गणपर्तिहस्तिमुखो द्वादशारे यजेद्गणम।।' 

3. 'वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। 
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥'

4. 'त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय। 
नित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय नमोस्तु नित्यम्।'

5. 'ॐ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्।'

6. 'ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।'

7.  'ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ:।
निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा।।'

8.  'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे'

9. 'महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।'

10. 'ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश। 
ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति. करो दूर क्लेश'

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)

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