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Devuthani Ekadashi 2022 :देवउठनी एकादशी पर इस विधि से करें तुलसी पूजन, वरना करना पड़ेगा मुश्किलों का सामना

हिंदू धर्म में तुलसी को सबसे पवित्र और पूजनीय माना गया है, कहते हैं इनके पूजन मात्र से ही घर में कभी लक्ष्मी नाराज नहीं होती हैं

Updated on: 03 Nov 2022, 06:41 PM

नई दिल्ली:

हिंदू धर्म में तुलसी को सबसे पवित्र और पूजनीय माना गया है, कहते हैं इनके पूजन मात्र से ही घर में कभी लक्ष्मी नाराज नहीं होती हैं. तुलसी को खास तौर से माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. बता दें कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर तुलसी पूजन विशेष विधि-विधान के साथ किया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का पूजा करने से दांपत्य जीवन में खुशहाली आती है और आपके सारे पाप धूल जाते हैं, तो चलिए हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे तुलसी विवाह पूजन विधि के बारे में और तुलसी से जुड़े रोचक तथ्य के बारे में.

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तुलसी विवाह पूजन विधि
- तुलसी विवाह के दौरान मां तुलसी को लाल रंग की चुनरी चढ़ाएं, हिंदू मान्यता के अनुसार लाल चुनरी सुहाग की निशानी होती है, लाल चुनरी अर्पित करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं.
-तुलसी विवाह के दिन मां तुलसी को घी के दीपक से आरती करें, उसके बाद कच्चा दूध मां तुलसी को चढ़ाएं. इससे घर में सुख-शांति का वास होता है.
- मां तुलसी को पीला धागा या लाल धागा से बांध सकते हैं, ऐसा करने से आप पर कभी कोई बाधा नहीं आएगी.

क्या है तुलसी से जुड़े रोचक तथ्य
1-अगर आपके घर में किसी भी तरह का कलह होता रहता है, तो संध्या के समय तुलसी मां के सामने घी का दीपक जरूर जलाएं.
2- अगर आप भगवान को भोग चढ़ाते हैं, तो ध्यान रहे कि उनके भोग में तुलसी जरूर चढ़ाएं,बिना तुलसी के भगवान को भोग लगाना पूर्ण फल नहीं देता.
3-सुबह उठकर स्नान करने के बाद तुलसी मां को जल जरूर चढ़ाएं, ऐसा करने से जीवन में हमेशा सुख-शांति बनी रहेगी.
4- तुलसी के पत्ते को कभी चबाकर नहीं खाना चाहिए. इससे तुलसी मां का अपमान होता है.
5-तुलसी के पत्ते में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, तुलसी का पेस्ट लगाने से चेहरे पर एलर्जी खत्म हो जाती है.
6- तुलसी के पत्तियां सेवन  करने से कैंसर नहीं होता है.
7- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जिस घर में मां तुलसी का वास होता है, वहां यमदूत वास नहीं करते हैं.
8-इसी के साथ मृत्यु के समय तुलसी सहित गंगा जल का जलपान कराने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.