Chaitra Navratri 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार रविवार, 06 अप्रैल 2025 को चैत्र नवरात्रि का नौवां दिन है. नवमी के दिन मां दुर्गा के नौवें रूप सिद्धिदात्री की पूजा का विधि विधान है. साथ ही इस दिन व्रत रखने वाले लोग कन्याओं का पूजन करते हैं. मान्यता है कि चैत्र नवरात्रि के नवमी पर कन्या पूजन से मां भगवती प्रसन्न होती हैं और भक्तों को आशीर्वाद देती हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कन्या पूजन शुभ मुहूर्त में और पूरे विधि-विधान से करना शुभ होता है. ऐसा करने से मां की कृपा से घर में सुख-समृद्धि हमेशा बनी रहती है. साथ ही सभी परेशानियां से मुक्ति मिलती है. आइए जानते हैं नवमी कन्या पूजन के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में..
कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि 06 अप्रैल 2025 को है. नवमी के दिन कन्या पूजन के लिए शुभ अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:58 बजे से दोपहर 12:49 बजे तक रहेगा. इस दौरान कन्या पूजन किया जा सकता है.
नवमी कन्या पूजन मंत्र
स्तोत्र मंत्र:
या देवी सर्वभूतेषु कन्या रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
ऊं श्री दुं दुर्गायै नम: ।।
नवमी कन्या पूजन विधि
चैत्र महा नवमी पर कन्या पूजन के लिए सुबह उठकर घर और पूजा स्थल की सफाई करें.
फिर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें
इसके बाद भगवान गणेश और माता सिद्धिदात्री की पूजा करें.
नवमी पर कन्या पूजन के लिए 1 से 10 वर्ष की कन्याओं और एक बच्चे को आमंत्रित करें.
सभी कन्याओं के पैर अपने हाथों से धोएं और पोंछें.
फिर उनके माथे पर कुमकुम और अक्षत का टीका लगाएं.
एक थाली में घी का दीया जलाकर सभी कन्याओं की आरती उतारें.
आरती उतारने के बाद सभी कन्याओं को हलवा-पूरी, चना का भोग लगाएं.
अंत में सभी कन्याओं का पैर छूकर उनका आशीर्वाद जरूर प्राप्त करें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.