Chaitra Navratri 2025: धार्मिक मान्यता के अनुसार चैत्र नवरात्रि में अष्टमी या नवमी किसी भी तिथि को हवन की जा सकती है, जो लोग अष्टमी के दिन व्रत तोड़ते हैं, वे अष्टमी के दिन हवन करते हैं और जो लोग नवमी के दिन व्रत तोड़ते हैं, वे नवमी के दिन हवन करते हैं. मान्यता है कि नवरात्रि व्रत के बाद हवन और कन्या पूजन करने से पूरा फल मिलता है. ऐसे में जो लोग इस व्रत का पालन कर रहे हैं, उन्हें हवन जरूर करना चाहिए. आइए जानते हैं चैत्र नवरात्र के दौरान कब और किस मुहूर्त में हवन करें...
कब और किस मुहूर्त में करें हवन
हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र नवरात्रि पर अष्टमी और नवमी तिथि को हवन करना शुभ माना जाता है. इन तिथियों पर आप ब्रह्म मुहूर्त में हवन कर सकते हैं. इस साल चैत्र नवरात्रि की अष्टमी 5 अप्रैल 2025 और नवमी 6 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी. अष्टमी के दिन हवन का में मुहूर्त सुबह 11:59 बजे से दोपहर 12:49 बजे तक रहेगा. वहीं नवमी का मुहूर्त सुबह 11:58 बजे से दोपहर 12:49 बजे तक रहेगा.
हवन के दौरान इन मंत्रों का करें जाप
ऊं स्वस्ति न इन्द्रश्चाग्निश्च स्वस्ति नः पथ्यावतीः।।
स्वस्ति नो वृषपर्वा विश्वेदेवा स्वस्तये।।
ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।।
ऊं दुं दुर्गायै नमः।।
हवन के नियम
सबसे पहले हवन के लिए एक हवन कुंड तैयार करें.
हवन में घी, तिल, जौ, गुग्गल, लोबान, और अन्य हवन सामग्री का इस्तेमाल करें.
हवन के दौरान मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करें.
नवरात्रि में हवन के बाद मां दुर्गा की आरती करें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.