logo-image

Bhanu Saptami 2023 : जानें कब है भानु सप्तमी, इस विधि से करें पूजा और रखें व्रत

सनातन धर्म में भानु सप्तमी का बहुत ही खास महत्व है.

Updated on: 16 Jun 2023, 08:19 AM

नई दिल्ली :

Bhanu Saptami 2023 : सनातन धर्म में भानु सप्तमी का बहुत ही खास महत्व है. इस दिन सूर्य देवता की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करने से व्यक्ति को त्वचा रोग, पेट रोग, आंखों के रोग से मुक्ति मिल जाती है. पंचांग के हिसाब से भानु सप्तमी आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है. जून-जुलाई के महीने में सूर्यदेव उत्तरायण में होने के कारण भीषण गर्मी होती है और इस समय बेहद गर्म हवा भी चलती है. जिससे व्यक्ति को कई तरह की सावधानियां बरतने की आवश्यकता है. बता दें, इस साल दिनांक 25 जून दिन रविवार को भानु सप्तमी मनाई जाएगी. वहीं रविवार का दिन होने के कारण इस साल लोगों दोगुने लाभ की प्राप्ति होगी. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अुने इस लेख में बताएंगे कि भानु सप्तमी के दिन सूर्यदेव के बीज मंत्र का जाप करने से क्या लाभ होता है. 

ये भी पढ़ें - Guru Chandal Yog 2023 : गुरु बृहस्पति और राहु ग्रह की युति से बना गुरु चांडाल योग, 5 राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

सूर्यदेव को सभी ग्रहों का राजा कहा जाता है और ये रोगों के देवता भी माने जाते हैं. इनकी पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति के शरीर में होने वाले रोगों से मुक्ति मिल जाती है. अब ऐसे में इस साल भानु सप्तमी रविवार के दिन है, इसलिए इसका महत्व बढ़ जाता है. इस दिन जो व्यक्ति सूर्यदेव को जल अर्पित करता है, उसे हजार गुना फल मिलता है. 

सूर्य देव के बीज मंत्र का जाप करने से होंगे कई लाभ
भानु सप्तमी हर साल आषाढ़ माह में शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन मनाई जाती है.इस दिन सूर्यदेव को ताम्रपत्र में चंदन डालकर अर्घ्य दें. इससे व्यक्ति क त्वचा रोग. पेट रोग और शारिरक समस्याओं छुटकारा मिल जाएगा. साथ ही इस दिन बीज मंत्र का जाप करना बेहद लाभकारी माना गया है. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में ही स्नान कर लें और फिर उसके कुछ समय बाद सूर्यदेव को ताम्रपत्र के लोटे में जल, गुड़, अक्षत, रोली, लाल सिंदूर  मिलाकर अर्घ्य दें, इससे व्यक्ति को मान-सम्मान और आरोग्य की प्राप्ति होगी.