Budhwar Ke Upay: साल के आखिरी बुधवार को करें ये खास उपाय, बनी रहेगी विघ्नहर्ता की कृपा, पढ़ें गणेश वंदना

Budhwar Ke Upay: बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है. आज 31 दिसंबर साल 2025 का आखिरी बुधवार है. इस दिन गणेश वंदना करने से नए साल में विघ्नहर्ता की कृपा आप पर बनी रहेगी. आइए जानते हैं कुछ उपाय.

Budhwar Ke Upay: बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है. आज 31 दिसंबर साल 2025 का आखिरी बुधवार है. इस दिन गणेश वंदना करने से नए साल में विघ्नहर्ता की कृपा आप पर बनी रहेगी. आइए जानते हैं कुछ उपाय.

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Akansha Thakur
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Budhwar Ke Upay

Budhwar Ke Upay: साल का आखिरी दिन और आखिरी बुधवार आज ही है. बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है. इस दिन ग्रहों के राजकुमार बुध ग्रह की पूजा की जाती है. पंचांग के अनुसार, आज की तिथि अत्यंत शुभ है क्योंकि आज पुत्रदा एकादशी का पारण भी किया जा रहा है. ऐसे में आपको अंतिम बुधवार को विघ्नहर्ता श्री गणेश की पूजा अवश्य करनी चाहिए. उन्हें प्रसन्न करने से जीवन में अच्छे अवसर मिलते हैं. चलिए जानते हैं भगवान गणेश के उपाय.

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बुधवार के दिन करें ये उपाय

हरे वस्त्र पहनें

बुधवार के दिन आपको सुबह स्नान करने के बाद हरे वस्त्र धारण करने चाहिए. इसके बाद घर या मंदिर में गणेश जी की पूजा करें. उन्हें दूर्वा और मोदक चढ़ाएं और दीया जलाकर पाठ करें.

गीले चावलों का भोग लगाएं

भगवान गणेश को गीले चावलों का भोग लगाया जाता है. बुधवार के दिन उन्हें गीले चावल और साथ में नारियल या नारियल से बनी कोई मिठाई अवश्य चढ़ाएं.

मंदिर में रखें मूंग दाल

 2026 को शुभ बनाने के लिए आप अंतिम बुधवार की शाम यह उपाय कर सकते हैं. इसमें आपको मंदिर की सीढ़ियों में चुपचाप एक पोटली छोड़कर आनी है. इस पोटली में हरी मूंग की दाल और सात साबुत कौड़ियां रखते हैं. ऐसा करने के बाद आपको पीछे मुड़कर नहीं देखना है. इसे पूर्ण आस्था के साथ करें.

गरीबों को दान

आपको बुधवार के दिन गरीबों व जरूरतमंदों को दान भी करना चाहिए. आप उन्हें हरी सब्जियों का दान कर सकते हैं. दान करते समय इस भाव को रखें कि आप इस साल हुई गलतियों की क्षमा मांग रहे हैं.

इन मंत्रों का करें जाप 

आप साल के आखिरी बुधवार पर भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए उनके मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं. यहां पढ़ें गणेश मंत्र

1.वक्रतुण्ड गणेश मंत्र

श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥

2.गणेश शुभ-लाभ मंत्र

ऊं श्रीं गं सौभाग्य गणपतये।
वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नमः॥

3.गणेश गायत्री मंत्र

ऊं एकदन्ताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि,
तन्नो दन्ति प्रचोदयात्॥

4.श्री महागणपति मूल मंत्र

ऊं श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये
वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥

5.ऋणहर्ता गणपति मंत्र

ऊं गणेश ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नमः फट्॥

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है और केवल सूचना के लिए प्रदान की गई है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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