Significance of Mehendi In Hindu Marriages: भारत में शादी से पहले मेहंदी की रस्म की जाती है. यह रस्म होने वाली दुल्हन के लिए बेहद खास मानी जाती है. ऐसा कहा जाता है कि मेहंदी की रस्म का चलन अभी का नहीं है बल्कि यह बरसों से चलता आ रहा है. इसके साथ ही मेहंदी दुल्हन के सोलह श्रृंगार का हिस्सा है. जिसके कारण मेहंदी का महत्व बढ़ जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि शादी से पहले दुल्हन के हाथों में मेहंदी क्यों लगाई जाती है, मेहंदी लगाने का कारण क्या है? अगर नहीं तो आज हम आपको इन साभी बातों की जानकारी देंगे और साथ ही मेहंदी लगाने के अनगिनत फायदे भी बताएंगे.
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मेहंदी का इतिहास
मेहंदी को बॉडी आर्ट का सबसे पुराना रूप माना जाता है. बता दें कि मेहंदी शब्द की उत्पत्ति संस्कृत शब्द 'मेंढिका' से हुई है, जिसका मतलब मेहंदी का पौधा होता है. इसके साथ ही मेहंदी का उपयोग वैदिक काल से होता आ रहा है और इसके साथ ही ऐसा कहा जाता है कि खूबसूरत राजकुमारी क्लियोपेट्रा ने अपने शरीर को रंगने के लिए मेंहदी का ही इस्तेमाल किया था.
पारंपरिक रिवाज है मेहंदी लगाना
शादी से पहले दूल्हा और दुल्हन को मेहंदी लगाना सबसे पुरानी भारतीय परंपराओं में से एक है. इस परंपरा को मेहंदी की रस्म कहा जाता है. इस रस्म के दौरान दूल्हा और दुल्हन के हाथों और पैरों में मेहंदी लगाई जाती है. इस बात से तो हम सभी वाकिफ हैं कि मेहंदी दुल्हन के सोलह श्रृंगार का हिस्सा है. इस वजह से मेहंदी को दुल्हन के लिए बेहद खास माना जाता है. वहीं दूसरी तरफ दूल्हे को मेहंदी लगाना शुभ माना जाता है.
इस कारण से लगाई जाती है मेहंदी
मेहंदी आमतौर पर शादी से कुछ दिन पहले दूल्हा और दुल्हन के हाथों और पैरों पर लगाई जाती है. मेहंदी को सौभाग्य की निशानी माना जाता है. यह दूल्हा-दुल्हन और उनके परिवारों के बीच प्यार को दर्शाता है. इसके अलावा ऐसा कहा जाता है कि दुल्हन की मेहंदी का रंग होने वाली दुल्हन और उसकी सास के बीच प्रेम को भी दर्शाता है. कुछ मान्यताओं के अनुसार, मेहंदी का रंग होने वाले जोड़े के बीच प्यार का प्रतिनिधित्व भी करता है. ऐसा कहा जाता है कि मेहंदी जितनी देर तक अपना रंग बरकरार रखती है, यह नवविवाहित जोड़े के लिए उतना ही भाग्यशाली होता है.
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मेहंदी लगाने के फायदे
मेहंदी लगाना सिर्फ भारतीय परंपरा को नहीं दर्शाता है बल्कि मेहंदी लगाने से कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ भी होते हैं.
- तनाव को करें कम
शादी की सारी मस्ती के साथ मानसिक और शारीरिक तनाव भी आता है. मेहंदी आपके शरीर और तनावग्रस्त नसों को शांत करने में मदद करती है. इसके साथ ही मेहंदी से आपके शरीर और दिमाग को आराम और शांत महसूस होता है. यही नहीं मेहंदी सिरदर्द और बुखार के इलाज में भी मदद करती है.
- मेहंदी में होते हैं हीलिंग गुण
मेहंदी में हीलिंग गुण होते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि मेहंदी प्राकृतिक पत्तों से बनाई जाती है इसलिए अगर फंक्शन के दौरान दूल्हा, दुल्हन या परिवार के किसी अन्य सदस्य को चोट या खरोंच लग जाए तो आप उस जगह पर मेहंदी लगा सकते हैं. मेहंदी से चोट की जलन कम होगी और यह घाव को भरने में भी मदद करती है.
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- जोड़े के बीच बढ़ाता है प्यार
माना जाता है कि मेहंदी या मेहंदी का रंग और सुगंध कामोत्तेजक के रूप में काम करता है जो जोड़े के बीच प्यार को बढ़ाता है. साथ ही, जब होने वाली दुल्हन को मेहंदी लगाई जाती है, तो यह न केवल मेहंदी और पानी का एक सादा पेस्ट होता है, बल्कि इसमें लौंग का तेल, नीलगिरी का तेल जैसी अन्य सामग्री भी डाली जाती है ,जो बेहद फायदेमंद होते हैं. ये प्राकृतिक चीजें न केवल मेहंदी को काला करते हैं बल्कि इसमें कई अद्भुत औषधीय गुण भी मौजूद होते हैं.