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10 Unique Traditions Of World
10 unique traditions of world: दुनिया आधुनिक जरूर हो गई है, लेकिन कई जगह आज भी लोग सदियों पुरानी परंपराओं को निभाते हैं. कुछ रिवाज इतने अनोखे और खतरनाक हैं कि उनके बारे में सुनकर हैरानी होती है. कहीं ये आस्था से जुड़े हैं, तो कहीं संस्कृति और पहचान का हिस्सा. आइए जानते हैं दुनिया की कुछ ऐसी ही अजीबोगरीब परंपराओं के बारे में.
ये हैं दुनिया की 10 सबसे अजीबोगरीब परंपराएं
शोक में अंगुली काटने की परंपरा
इंडोनेशिया की दानी जनजाति में मौत के बाद महिलाओं द्वारा अंगुली काटने की परंपरा रही है.परिवार के किसी सदस्य के निधन पर उंगली का एक हिस्सा काटा जाता था. अब यह प्रथा प्रतिबंधित है, लेकिन कुछ बुजुर्ग आज भी इसे मानते हैं.
गाय का खून पीने की रस्म
दक्षिणी केन्या और उत्तरी तंजानिया में रहने वाली मसाई जनजाति खास मौकों पर गाय का खून पीती है.बच्चे के जन्म और शादी जैसे अवसरों पर यह रस्म निभाई जाती है.गाय को तीर से हल्का घायल किया जाता है और उसका खून पिया जाता है. इस दौरान गाय को मारा नहीं जाता.
पीनिस फेस्टिवल
जापान में कानामारा मात्सुरी नाम का उत्सव मनाया जाता है. इसे पीनिस फेस्टिवल भी कहा जाता है. इसमें लिंग के आकार की प्रतिमा के साथ परेड निकाली जाती है. यह त्योहार हर साल अप्रैल के पहले रविवार को कावासाकी शहर में होता है.
सिंगल लोगों पर दालचीनी की बारिश
डेनमार्क में अगर कोई 25 साल की उम्र तक अविवाहित रहता है, तो उसके दोस्त एक अनोखा मजाक करते हैं. उसे कुर्सी से बांधकर दालचीनी डालते हैं. यह परंपरा मज़ाक और दोस्ती का प्रतीक मानी जाती है.
रामनामी जनजाति की अनोखी आस्था
छत्तीसगढ़ की रामनामी जनजाति भगवान राम के प्रति गहरी श्रद्धा रखती है. लोग अपने पूरे शरीर पर राम नाम का टैटू बनवाते हैं. यह परंपरा 100 साल से भी ज्यादा पुरानी है. इसे उनकी धार्मिक पहचान माना जाता है.
होंठों में प्लेट पहनने की परंपरा
अफ्रीका की मुर्सी, सूरी, चाई और तिरमा जनजातियों में महिलाएं निचले होंठ में बड़ी प्लेट पहनती हैं. यह मिट्टी या लकड़ी से बनी होती है. बाहरी लोगों को यह अजीब लग सकता है, लेकिन यहां इसे सुंदरता और नारीत्व का प्रतीक माना जाता है.
पूर्वजों के साथ नृत्य
मेडागास्कर की मालागासी जनजाति में ‘फामादिहाना’ नाम की रस्म होती है. यह हर सात साल में मनाई जाती है. इसमें पूर्वजों के शव निकालकर नए कपड़े पहनाए जाते हैं. फिर संगीत के साथ कब्रों के चारों ओर नृत्य किया जाता है. मान्यता है कि इससे पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है.
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