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राजस्थान चुनाव: अशोक गहलोत ने कहा, गुंडागर्दी से नहीं जीतेगी बीजेपी, वसुंधरा ने जनता को दिया धोखा

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी और अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि गुंडागर्दी कर चुनाव नहीं जीते जा सकते हैं. देश में नरेंद्र मोदी और अमित शाह दो ही लोग राज करते हैं.

Updated on: 28 Nov 2018, 12:33 PM

जयपुर:

राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर नवलगढ़ में एक रैली के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि गुंडागर्दी कर चुनाव नहीं जीते जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव के समय ही बीजेपी को राम की याद आती है. इसके अलावा राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि सीएम ने जनता से सिर्फ छलावा किया है और झूठे वादे किए थे.

नवलगढ़ कस्बे में कांग्रेस के उम्मीदवार राजकुमार शर्मा की जनसभा को संबोधित करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि देश में नरेंद्र मोदी और अमित शाह दो ही लोग राज करते हैं. उन्होंने बीजेपी पर जातिवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि आज बीजेपी जातिवाद के नाम पर लोगों को बांट रही है. उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे को खुद संस्कृति सीखनी चाहिए कि गुंडागर्दी करने वाले लोगों को झुक कर प्रणाम न करें.

उन्होंने कहा, 'अमित शाह एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष हैं और उनका यह बयान कि कांग्रेस के कार्यकर्ता या नेता आए तो उनकी गिरेबान पकड़ कर दूर करो यह गुंडागर्दी की पहचान है और ऐसे व्यक्ति के सामने राज्य के मुख्यमंत्री झुक कर प्रणाम करती है तो यह शर्म की बात है. हम जातिवाद से दूर रहते हैं लेकिन बीजेपी को चुनाव याद आते ही राम भी याद आते हैं.'

उन्होंने कहा, 'हम भी हिंदू हैं लेकिन हम हिंदू और अन्य जातियों को लड़ाने का काम नहीं करते हैं. अब जनता जान चुकी है कि राम के नाम पर वोट नही मिलेंगे और ना हिंदू के नाम से वोट मिलेंगे. देश में जो भी है, हम सब धर्मों का सम्मान करते हैं.'

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गहलोत ने वसुंधरा सरकार पर छलावे का आरोप लगाते हुए कहा, 'जब मैं मुख्यमंत्री था तो जनता ने मुझसे जो मांगा वह मैंने दिया. बिजली, पानी, चिकित्सा और सड़कों का मैंने विशेष ध्यान रखा और आज वसुंधरा जी जनता को केवल धोखा दे रही हैं. उनका विजन रिफाइनरी, मेट्रो और रेलगाड़ियों को बंद कराना है. जनता की आम सुविधाएं उनका विजन नहीं है.'

बता दें कि राजस्थान में 7 दिसंबर को एक चरण में होने वाले हैं. इसी साल अजमेर और अलवर लोकसभा सीट और एक विधानसभा सीट पर हुए उपचुनावों में कांग्रेस को मिली बड़ी जीत के बाद बीजेपी को कड़ी टक्कर मिल रही है. उपचुनाव वाली सभी सीटें बीजेपी नेताओं के कब्जे वाली थी. कांग्रेस पूरी आस में है कि वह सत्ता में वापस आ जाएगी.

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राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में 2013 में बीजेपी 163 सीटों पर चुनाव जीती थी. जबकि कांग्रेस के पास महज़ 25 सीटें ही बची थीं. इसके अलावा अन्य को 7 सीट, बीएसपी (बहुजन समाज पार्टी) को 2 सीट और एनपीईपी (नेशनल पीपल्स पार्टी) को 1 सीट, एनयूजेडपी (नेशनल यूनियनिस्ट जमींदार पार्टी) को 2 सीटों पर जीत मिली थी.