logo-image

घाटी में नये साल का सूरज आतंकी नहीं देख पायेंगे

आतंकी वारदात को अंजाम देने के फिराक में जुटे आतंकियों पर सुरक्षा बल काल बनकर टूट पड़े हैं. अबतक 48 घंटे के नॉन स्टॉप ऑपेरशन में 5 आतंकी ढेर हो चुके है. 

Updated on: 26 Dec 2021, 12:14 PM

highlights

  •  जवाबी करवाई में सुरक्षा बलों का निशाना भी अबतक बेहत सटीक रहा है
  • आतंकियों से हथियार और गोल बारूद बरामद हुआ

नई दिल्ली:

शोपियां ,पुलवामा और अब अनंतनाग, सेना का ऑपेरशन नॉन स्टॉप जारी है. घाटी में घुसपैठ कर आतंकी वारदात को अंजाम देने के फिराक में जुटे आतंकियों पर सुरक्षा बल काल बनकर टूट पड़े हैं. एक एक आतंकी को चुन-चुन कर मारा जा रहा है और अबतक 48 घंटे के नॉन स्टॉप ऑपेरशन में 5 आतंकी ढेर हो चुके है. घाटी में आसमान से भले ही बर्फ गिर रही हो लेकिन जमीन पर आतंकियों के सीने में सेना अंगारे भर रही है. इरादा अटल है और लक्ष्य अचूक ताकी घाटी में घुसे आतंकी नए साल का सूरज न देख पायें.

सेना के इस ऑपेरशन में मारे गए दो आतंकी लश्कर ए तैयबा और दो अंसार गजवातुल हिन्द के है, जिन्हें शोपियां और पुलवामा के त्राल में जहन्नुम का रास्ता दिखाया गया. इस ऑपेरशन को जेके पुलिस, सेना और पारा मिलिट्री तीनों ने मिलकर लांच किया है ताकि ग्रास रुट से आनेवाला हर इंटेल ऑपेरशन के दौरान कारगर भूमिका निभाये.

ये भी पढ़ें:  कोरोना संकट पर PM मोदी ने कब-कब देश को किया संबोधित, जानिए सबकुछ 

इस ऑपेरशन के दौरान सुरक्षा बलों को आतंकी गोलियां का भी भरपूर सामना करना पड़ रहा है. अपने ठिकाने से छिपकर आतंकी धुंआधार फायरिंग कर रहे है, आतंकी विशेष रूप से अपने बचाव में ग्रामीण इलाकों का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन जवाबी करवाई में सुरक्षा बलों का निशाना भी अबतक बेहत सटीक रहा है.

आतंकियों को ढेर कर जो हथियार और गोल बारूद बरामद हुआ उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि पाक से बैठे ऑपरेटिव घाटी में लोकल आतंकियों का एक सम्पूर्ण नेटवर्क डेवलप कर चुके थे और बर्फबारी से पहले घुसपैठ के रूट्स का भरपूर इस्तेमाल कर भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद पहुचाया गया था ताकि सर्दी समूचे मौसम में घाटी को सुलगाया जा सके हर इसकी तपीश दिल्ली तक महसूस हो.

अब जबकि घाटी में बर्फबारी के साथ घुसपैठ के अधिकांश रुट बन्द होने लगे है तो ऐन वक्त पर सुरक्षा बलों ने आतंक के खिलाफ पुख्ता रणनीति बनाई है और ऑपेरशन लांच कर दिया है.अब तक के मारे गये आतंकियों का कनेक्शन लश्कर, हिजबुल और अल कायदा के लोकल नेटवर्क अंसार गजवातुल हिन्द से बताया जा रहा है.