न तो साथ खाना खा सकता है और नाही परिवार के साथ रह सकता है, हुई ऐसी बीमारी, डॉक्टर भी हैरान!

आज के समय में ऐसी-ऐसी बीमारियां सामने आ गई हैं जिनके बारे में जानने के बाद दिमाग काम करना बंद कर देता है. आज हम आपको एक ऐसी बीमारी के बारे में बताएंगे जो अपने आप में हैरान करने वाली है.

आज के समय में ऐसी-ऐसी बीमारियां सामने आ गई हैं जिनके बारे में जानने के बाद दिमाग काम करना बंद कर देता है. आज हम आपको एक ऐसी बीमारी के बारे में बताएंगे जो अपने आप में हैरान करने वाली है.

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Ravi Prashant
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Misophonia symptoms

मिसोफ़ोनिया लक्षण Photograph: (NN)

दुनिया में कई अजीबोगरीब बीमारियां हैं, जिनके बारे में हम अक्सर नहीं जानते हैं और जानते हैं तो पैरों तले जमीन खिंसक जाती है. इसमें सबसे अच्छी बता है कि आज की तारीख में इंटरनेट और सोशल मीडिया के जरिए इन बीमारियों की जानकारी मिल जाती है. ऐसे में हम आपको इस खबर में एक ऐसी बीमारी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में शायद ही आप जानते होंगे. दरअसल, इंग्लैंड का रहने वाला एक युवक बचपन से ही ऐसी गंभीर बीमारी से परेशान है, जो वाकई में चौंकाने वाला है. बता दें कि इंग्लैंड के लीड्स में रहने वाला ग्रेसन व्हाइटेकर एक दुलर्भ बीमारी से बचपन से ही लड़ रहा है.

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बचपने से ही परेशान है युवक

ग्रेसन व्हाइटेकर को “मिसोफोनिया” नामक बीमारी है. इस बीमारी में किसी भी प्रकार की आवाज व्यक्ति को मानसिक रूप से परेशान करती है. लोगों के खाने-पीने की आवाजें, बातचीत, या नॉर्मल शोर तक उसे असहज कर देते हैं. इस कारण से ग्रेसन बचपन से ही अकेला रहना पसंद करता है. वह त्योहारों और अन्य अवसरों पर भी अपने परिवार के साथ भोजन नहीं कर पाता.

माता-पिता के लिए दुखभरी जीवन

ग्रेसन के माता-पिता एलेक्स और डॉन ने हमेशा अपने बेटे को कमरे में बंद होकर समय बिताते हुए देखा. यह स्थिति उनके लिए काफी कष्टदायक होती है. त्योहारों जैसे विशेष अवसरों पर भी ग्रेसन अपने कमरे का दरवाजा बंद कर लेता है, ताकि परिवार की आवाजें उसे परेशान न करें. अब तो उसने घर भी छोड़ दिया है और अलग रहने लगा है.

छोड़ दिया सब कुछ

ग्रेसन की इस स्थिति ने उसके जीवन को कई तरह से प्रभावित किया. उसे स्कूल भी छोड़ना पड़ा, क्योंकि वहां की आवाजें उसकी मानसिक स्थिति के लिए मुश्किलें खड़ी करती थीं. वर्तमान में वह अपनी पार्टनर बेथ के साथ रहता है, जो उसकी इस बीमारी को समझती और सपोर्ट देती है.

ग्रेसन अपनी बीमारी का इलाज कराने के लिए थैरेपी ले रहा है. इससे उसकी हालत में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन वह अब भी सामान्य जीवन जीने में असमर्थ है. मिसोफोनिया जैसी बीमारी दुर्लभ तो है, लेकिन प्रभावित व्यक्ति और उसके परिवार के लिए यह मानसिक और भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकती है.

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