logo-image

महिला का दावा- कोविशील्‍ड वैक्‍सीन से 9 साल बाद लौट आई आंखों की रोशनी

Corona Vaccination: मथुराबाई को 26 जून को कोविशील्‍ड वैक्‍सीन की पहली डोज लगी थी. उनका दावा है कि इसके अगले दिन ही उनकी आंखों की रोशनी लौट आई.

Updated on: 07 Jul 2021, 11:44 AM

highlights

  • मोतियाबिंद के कारण चली गई थी आंखों की रोशनी
  • 26 जून को लगी थी कोविशील्‍ड वैक्‍सीन की पहली डोज 
  • आंखों की 40 फीसद तक रोशनी वापस आने का किया दावा 

मुंबई:

देश में कोरोना संक्रमण के मामलों को रोकने के लिए वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चल रहा है. 18 साल से ऊपर से सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. इसी बीच महाराष्‍ट्र के जालना जिले की रहने वाली एक बुजुर्ग महिला ने अजब दावा किया है. महिला का कहना है नौ साल पहले उसकी आंखों की रोशनी चली गई थी. लेकिन अभी कोरोना वायरस की वैक्‍सीन लगवाने के बाद उसे फिर से दिखने लगा है. उसके मुताबिक उसने कोविशील्‍ड लगवाई थी. महिला के इस दावे से डॉक्टर भी हैरान हैं. 

यह भी पढ़ेंः वरमाला के बाद फेरों के इंतजार में बैठी थी दुल्हन, बारात लेकर भाग गया दूल्हा

जानकारी के मुताबिक मथुराबाई बिडवे नामक 70 साल की महिला महाराष्‍ट्र (Maharashtra) के जालना जिले के परतूर गांव की रहने वाली हैं. फिलहाल वह मुंबई के वाशिम के रिसोड में रहती है. महिला का कहना है कि करीब 9 साल पहले उसकी आंखों में मोतियाबिंद हुआ था. इसके बाद उसकी आंखों की रोशनी चली गई. मोतियाबिंद के कारण उसकी पुतलियां सफेद हो गई और उन्हें दिखना तक बंद हो गया. 9 साल से वह इस समस्या से जूझ रही थी. 

यह भी पढ़ेंः पूर्व पत्नी अब सौतेली मां: बेटे ने जिस महिला को छोड़ा, पिता ने उसी के साथ कर ली शादी

कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि मथुराबाई को 26 जून को कोविशील्‍ड वैक्‍सीन की पहली डोज लगी थी. महिला का दावा है कि इसके अगले दिन ही उनकी आंखों की रोशनी लौट आई. उन्‍हें 30 से 40 फीसदी तक दिखने लगा. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि उनकी आंखों की रोशनी वैक्‍सीन के कारण लौटने के पीछे कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है. इससे पहले भी महाराष्‍ट्र के एक व्‍यक्ति ने जून में दावा किया था कि कोरोना वैक्‍सीन कोविशील्‍ड लगवाने के बाद उसके शरीर में चुंबकीय शक्ति आ गई थी. 71 साल के अरविंद सोनार नाम के व्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. हालांकि वैज्ञानिक स्तर पर इस दावे के विशेषज्ञ पूरी तरह नकार रहे हैं.