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अनोखी शादी : 50 साल बाद ऊंटों पर निकली बारात, बुजुर्ग भी बोले- याद आए पुराने दिन

राजस्थान के जैसलमेर जिले के बांधेवा पंचायत के दुल्हे महिपाल सिंह एवं परिजनों ने कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग मैटेंन करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया है.

Updated on: 05 May 2021, 07:34 AM

highlights

  • ऊंट पर बैठकर दुल्हन लेने गया दूल्हा
  • 50 साल बाद ऊंटों पर निकली बारात
  • 15 ऊंटों पर सवार होकर गई बारात
  • बुजुर्ग भी बोले- याद आए पुराने दिन

जैसलमेर:

कोरोना महामारी के डर से लोगों ने अपनी जिंदगी में कई बदलाव लाए हैं. मास्क लगाना, पब्लिक प्लेस पर लोगों से उचित दूरी बनाए रखना, जैसी कुछ बातें लोग अब अपने डेली लाइफ में फॉलो करते हैं. लेकिन राजस्थान के जैसलमेर जिले के बांधेवा पंचायत के दुल्हे महिपाल सिंह एवं परिजनों ने कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग मैटेंन करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया है. महिपाल सिंह शादी करने के लिए रेगिस्तान के जहाज यानी ऊंटों पर बारात लेकर दुल्हन लेने पहुंचे. उनका यह तरीका काफी हटकर था, लिहाजा इस शादी में देख पूरे क्षेत्र में चर्चा बनी हुई है.

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बारात में लगभग 15 उंट व 30 बाराती

बताया जा रहा है कि बारात ग्राम पंचायत बांधेवा के केसुला पाना महेचो की ढाणी से कालजिरो भाटियो की ढाणी बाड़मेर पहुंची. बाड़ेमर जिले का केसुबला गांव जो की लगभग 7 किलोमीटर दूर स्थित है, वहां इसी अंदाज में बारात पहुंची. इस बारात में लगभग 15 उंट व 30 बाराती थे. कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए 50 साल बाद ऊंटों पर निकली बारात को देखकर बुजुर्गों को अपनी शादी की यादें ताजा हो गईं.

आधुनिक काल ने खत्म हुई परपंरा

लोगों का कहना है कि देश-दुनिया की तरह जैसलमेर में भी आधुनिकता के चलते अब ज्यादात्तर लोग बारात ले जाने के लिए चमचमाती कारों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन पहले ऊंटों से भी बारात लेकर जाई जाती थी. ऐसे में जैसलमेर में इतने लंबे अंतराल के बाद इस अंदाज में बारात निकली, तो हर कोई इसे देखकर हैरान हो गया. 

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राजस्थान में कोरोना वायरस का कहर जारी

बता दें कि राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण कहर बरपा रहा है. मंगलवार को राजस्थान में कोविड के 16,974 नए​मामले सामने आए तो 154 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई. हालांकि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए राज्य में लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन के दौरान जरूरी सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद है. यहां तक की शादी में सिर्फ 50 लोगों के आने की ही अनुमति है.