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हुआ था जुकाम, कोरोना वायरस का लगा डर और कमरे बंद कर लगा ली फांसी

आंध्र प्रदेश के चितूर में एक व्यक्ति में सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली कि उसे जुकाम था. उसे शक था कि उसे कोरोना वायरस हुआ है.

Updated on: 12 Feb 2020, 01:06 PM

हैदराबाद:

चीन में कोरोना वायरस से हुई हजारों मौतों के बाद लोगों को इसका डर सताने लगा है. हैदराबाद में एक ऐसा मामला सामने आया है कि जिसे सुनकर उसके होश उड़ जाएंगे. आंध्र प्रदेश के चितूर में एक व्यक्ति में सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली कि उसे जुकाम था. उसे शक था कि उसे कोरोना वायरस हुआ है. उसने परिवार के लोगों को एक कमरे में बंद किया और फांसी लगा ली. उस व्यक्ति को डर था कि कहीं यह वायरस परिवार के और लोगों को भी न फैल जाए.

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50 वर्षीय व्यक्ति बालाकृष्ण्य ने मंगलवार को फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. उसे कई दिनों से जुकाम था. बालाकृष्ण्य को शक था कि उसे कोरोना वायरस हो गया है और उससे यह बीमारी परिवार के अन्य लोगों और गांव में फैल जाएगी. इसी बात को लेकर वह परेशान भी था. मंगलवार को उसने परिवार के सभी लोगों को एक कमरे में बंद कर फांसी लगा ली. बालाकृष्ण्य को जब जुकाम हुआ तो वह अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टरों ने उसे मास्क पहनने की सलाह दी. वह इलाज के लिए तिरुपति के रुइया अस्पताल गया था. उनके बेटे मालामुरली ने बताया, 'वह दिल की बीमारी को लेकर अस्पताल चेकअप के लिए गए थे. डॉक्टरों ने उसे मास्क इस्तेमाल करने की सलाह दी. उन्होंने यह गलत तरीके से समझ लिया, उन्हें लगा कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं.'

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मालामुरली ने बताया कि उसके पिता को शक था कि उसे कोरोना वायरस को गया है. मालामुरली ने कहा कि वह हमें पास भी नहीं आने देते थे. मैंने उन्हें बताया कि आपको इंफेक्शन नहीं है, लेकिन उन्होंने सुना ही नहीं. मालामुरली का कहना है कि अगर उनके पिता की अच्छी तरह काउंसलिंग होती तो शायद उन्हें बचाया जा सकता था. इससे पहले की हम उनकी मदद कर सकते उन्होंने खुद को पेड से लटका लिया. गौरतलब है कि चीन में कोरोना वायरस से अब तक 1110 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 45 हजार से अधिक मामले अभी सामने आ चुके हैं जिनमें इस वायरस की पुष्टि हो चुकी है.