Offbeat News: शादी के बाद हर किसी की गृहस्थी बसती है. घर- परिवार में लोगों की संख्या बढ़ती है, लेकिन आज आपको ऐसी खबर बताने जा रहे हैं, जिसे सुन कर आप भी कुछ समय के लिए दंग रह जाएंगे. ये भारत का ही एक गांव है जहां कुंवारे लड़के नई दुल्हन लाने का सपना तो सजाते हैं. दुल्हन की हाथों में मेंहदी भी सजती है, लेकिन शादी के दो- चार दिन बाद ही नई दुल्हनें कभी ना वापिस लौटने के लिए ससुराल से चली जाती हैं.
पानी की किल्लत है वजह
दरअसल हैरान कर देने वाला ये किस्सा नासिक से 90 किलोमीटर दूर सुरगना तालुका का है. यहां नई दुल्हन गृह प्रवेश तो करती हैं लेकिन शादी के 2- 4 दिन बाद ही ससुराल छोड़ देती हैं. इसकी वजह है इस गांव में पानी की कमी होना. यहां पानी जैसी बेसिक जरूरत के लिए महिलाओं को दुर्गम रास्तों को पार कोसों दूर जाना होता है. इस गांव में पानी की इतनी किल्लत है कि महिलाओं के लिए पानी लाने का ये काम रोज का है. यही वजह है कि महिलाएं भूलकर भी वापिस नहीं आना चाहतीं. इस गांव में लगभग 300 लोग रहते हैं.
यह भी पढ़ेंः ना दूल्हा चढ़ा घोड़ी, ना दुल्हन की उठी डोली, बारातियों ने छक कर उड़ाई दावत
पानी की कीमत जान का जोखिम उठाकर
पानी लाने का ये काम हर घर की महिला सुबह 4 बजे से शुरू कर देती है, तब जाकर घर में पानी की बेसिक जरूरत पूरी हो पाती है. मेहनत भरे काम को करने के लिए महिलाओं को अंधेरे में ही टॉर्च लेकर जाना होता है. इन दुर्गम पहाड़ियों वाले रास्तों में जंगली जानवरों का खतरा भी बना रहता है. यानि घर की महिलाओं को जीवन जीने के लिए पानी की जरूरत को जान का जोखिम मोल लेना पड़ता है.
HIGHLIGHTS
- जान का जोखिम उठा कर जीवन के लिए जरूरी पानी की व्यवस्था
- इस गांव में महिलाएं सुबह 4 बजे तड़के उठकर लग जाती हैं काम पर