मिट्ठू हाथी पर दफा 302 का मुकदमा, डेढ़ साल से बेड़ियों में है कैद, अब जगी रिहाई की उम्मीद

अक्सर आपने गुनाह करने पर इंसानों को सजा होते हुए सुना होगा, मगर क्या आपने कभी किसी जानवर को कानून से सजा मिलने की बात सुनी है. लेकिन यह सच है.

अक्सर आपने गुनाह करने पर इंसानों को सजा होते हुए सुना होगा, मगर क्या आपने कभी किसी जानवर को कानून से सजा मिलने की बात सुनी है. लेकिन यह सच है.

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Dalchand Kumar
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डेढ़ साल से बेड़ियों में कैद है मिट्ठू हाथी, अब रिहाई की उम्मीद( Photo Credit : News Nation)

अक्सर आपने गुनाह करने पर इंसानों को सजा होते हुए सुना होगा, मगर क्या आपने कभी किसी जानवर को कानून से सजा मिलने की बात सुनी है. लेकिन यह सच है. कई ऐसे मामले हमारे देश में भी सामने आते रहे हैं, जहां जानवरों को कानून ने सजा दी और उन जानवरों ने वो सजा काटी भी. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले का है, जहां एक हाथी 'मिट्ठू' करीब डेढ़ साल से हत्या के जुर्म में सजा काट रहा है. हालांकि अब इस हाथी के रिहा होने की उम्मीद जगी है. वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने इसकी रिहाई को लेकर पहल की है.

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दरअसल, 20 अक्टूबर 2020 को एक घटना यूपी के चंदौली में घटी थी, जहां रामलीला का कार्यक्रम चल रहा था. महावत के साथ यह हाथी 'मिट्ठू' भी मेले में आया था. बताया जाता है कि मेले से वापस लौटते वक्त कुछ लोगों ने मिट्ठू हाथी को तंज करना शुरू कर दिया था. जिससे हाथी चिढ़ गया और गुस्साए मिट्ठू ने एक व्यक्ति को जान से मार दिया था. इस घटना के बाद मिट्ठू हाथी पर दफा 302 का मुकदमा दर्ज किया गया. बबुरी थाना पुलिस ने हाथी के साथ उसके महावत पर हत्या का केस किया था. जिसके बाद वन विभाग ने हाथी को सीज कर लिया.

इस मामले में महावत को तो जमानत मिल गई थी, मगर मिट्ठू हाथी आज तक सजा काट रहा है. वह करीब डेढ़ साल से बेड़ियों में कैद है. महावत के बेटे का कहना है कि इस विशाल नर हाथी के मालिक को अब भी हाथी के बरी होने का इंतजार है. वहीं वाराणसी के रामनगर वन्यजीव संरक्षण से जुड़े लोगों की मानें तो हत्या के जुर्म में गिरफ्तार मिट्ठू डेढ़ साल से खड़ा है, बैठा नहीं है. जानकार और रामनगर वन्यजीव संरक्षण से जुड़े आसपास के लोगों का कहना है कि बात आगे बढ़ी और अब मिठ्ठू को जल्द रिहा होकर लखीमपुर खीरी के दुधवा नेशनल पार्क भेजने की उम्मीद जगी है.

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बताया जाता है कि मिट्ठू हाथी के इस दर्द को किसी ने ट्वीट के जरिए वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश तक पहुंचाया था. जिसके बाद एसपी ने चिड़ियाघर के डायरेक्टर रमेश पांडेय से बात कर मिट्ठू हाथी को पैरोल पर रिहा कराने की बात की. अब करीब डेढ़ साल से ज्यादा वक्त से बेड़ियों में जकड़े मिठ्ठू हाथी की रिहाई की उम्मीद जगी है. 

HIGHLIGHTS

  • मिट्ठू हाथी पर दफा 302 का मुकदमा
  • डेढ़ साल से बेड़ियों में कैद है हाथी
  • अब जगी मिट्ठू की रिहाई की उम्मीद
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